Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

UNICEF 52 करोड़ सीरिंज का करेगा भंडारण, ये है वजह

UNICEF

UNICEF

नयी दिल्ली। कोविड-19 की वैक्सीन के तैयार होते ही दुनियाभर में शुरू होने वाले टीकाकरण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए यूनीसेफ (UNICEF) ने कमर कस ली है। UNICEF ने अपने गोदामों में 52 करोड़ सीरिंज का भंडारण करने की घोषणा की है।

 

दुनियाभर में कहर बरपाने वाले कोविड-19 के संक्रमण से मुक्ति पाने के लिए इसकी वैक्सीन तैयार करने की कोशिशें जोर-शोर से हो रही हैं। साथ ही इसके तैयार होने पर लोगों तक इसकी जल्द पहुंच सुनिश्चित करने के लिए भी योजनायें तैयार की गयी है।

वैक्सीन की पहुंच आम लोगों तक सुनिश्चित करने के लिए कई चीजों की आवश्यकता होती है और इंजेक्शन देने के लिए पहली आवश्यकता तो सीरिंज की ही होती है ।यूनीसेफ का कहना है कि टीकाकरण कार्यक्रमों में सीरिंज की जरूरत को ध्यान में रखते हुए ही उसने 52 करोड़ सीरिंज का भंडार करने की योजना बनायी है।

डोनाल्ड ट्रंप का दावा- 2021 देश के इतिहास में अर्थव्यवस्था के लिए होगा सबसे बेहतरीन साल

UNICEF  ने बताया कि वर्ष 2021 तक उसकी योजना एक अरब सीरिंज का भंडारण करने की है। उसने कहा कि जैसे ही कोरोना वैक्सीन का परीक्षण समाप्त होता है और उन्हें इस्तेमाल करने की अनुमति मिल जाती है, तो पूरी दुनिया को वैक्सीन की तरह सीरिंज की भी उतनी ही जरूरत होगी। यूनीसेफ सीरिंज की शुरुआती आपूर्ति को सुनिश्चित करेगा और यह देखेगा कि कोरोना वैक्सीन के आने से पहले देशों को सीरिंज मिल जाये।

उसने कहा है कि वह अन्य बीमारियों के टीकाकरण के लिए खरीदी जाने वाली 62 करोड़ सीरिंज के अतिरिक्त एक अरब से अधिक सीरिंज कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण कार्यक्रम के लिए खरीदेगा।

UNICEF  की कार्यकारी निदेशक हेनरिटा फोर ने कहा कि कोरोना संक्रमण के खिलाफ दुनियाभर में किया जाने वाला टीकाकरण इतिहास का सबसे वृहद स्तर का टीकाकरण कार्यक्रम होगा और इस कार्यक्रम को वैक्सीन के उत्पादन के साथ ही तेजी से आगे बढ़ाना होगा। टीकाकरण कार्यक्रम में तेजी लाने के लिए अभी से अपनी गति बढ़ानी होगी। इस साल के अंत तक 50 करोड़ से अधिक सीरिंज हमारे पास होंगे और उन्हें जरूरत पड़ने पर तत्काल इस्तेमाल में लाया जा सकेगा।

Jet airways फिर लौटेगी रनवे पर, हजारों को देगी रोजगार

सीरिंज के अलावा यूनीसेफ 50 लाख सेफ्टी बॉक्स भी खरीदेगा ताकि सीरिंज और सुईयों का सुरक्षित तरीके से हेल्थ फैसिलिटी में निपटान किया जा सके। सीरिंज और सुईयों का अगर निपटान ठीक से नहीं होता तो इससे रक्त संचारित बीमारियों का खतरा बढ़ता है और सुई चुभने से लोग जख्मी भी हो सकते हैं। प्रत्येक सेफ्टी बॉक्स में 100 सीरिंज होते हैं। यूनीसेफ सभी सीरिंज को सेफ्टी बॉक्स में डालकर बंडल बनायेगा ताकि सीरिंज के साथ-साथ सेफ्टी बॉक्स की भी पर्याप्त मात्रा सुनिश्चित की जा सके।

सीरिंज और सेफ्टी बॉक्स निर्माण तिथि के पांच साल बाद तक काम करते हैं। इन उपकरणों के निर्माण से डिलीवरी तक की प्रक्रिया में समय लगता है क्योंकि इन्हें समुद्री रास्ते से एक जगह से दूसरे जगह ले जाया जाता है। वैक्सीन ताप संवेदी होती है और आमतौर पर यह वायुमार्ग से एक जगह से दूसरे जगह ले जायी जाती है। इसी वजह से वैक्सीन के पहुंचने से पहले सीरिंज को समय पर जगह पर पहुंचाना आवश्यक है। पहले से ही सीरिंज और सेफ्टी बॉक्स खरीदने से बाजार पर भी कम दबाव पड़ता है और वैक्सीन के तैयार होने पर इसकी मांग में अचानक आने वाली तेजी के दबाव से बचा जा सकता है।

यूनीसेफ को सीरिंज और सेफ्टी बाॅक्स की खरीद के लिए गावी फंड देगा और इन सभी चीजों को कोवैक्स फैसिलिटी के लिए इस्तेमाल किया जायेगा। वैक्सीन का ट्रांसपोर्ट सही तापमान के साथ सुनिश्चित करने के लिए यूनीसेफ विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ मिलकर सरकारी तथा निजी क्षेत्र दोनों में मौजूदा कोल्ड चेन उपकरणों तथा भंडारों की उपलब्धता की जांच में जुटा है।

गौरतलब है कि UNICEF दुनिया में सबसे अधिक वैक्सीन की खरीद करता है। यह हर साल दो अरब से भी अधिक वैक्सीन डोज की खरीद करता है। हर साल यह दुनिया भर के करीब 50 फीसदी बच्चों को वैक्सीन मुहैया कराता है और नियमित टीकाकरण कार्यक्रमों के लिए देशों को करीब 60 से 80 करोड़ सीरिंज उपलब्ध कराता है।

Exit mobile version