इलाहाबाद विश्वविद्यालय का दीक्षान्त समारोह सोमवार को सीनेट भवन में आयोजित हुआ। मुख्य अतिथि केन्द्रीय शिक्षा मंत्री, भारत सरकार धर्मेन्द्र प्रधान एवं इविवि के कुलाधिपति आशीष कुमार चौहान ने कुल 263 मेडल वितरित किये। इस दौरान मुख्य अतिथि ने तीन नये भवनों गार्गी महिला छात्रावास, चंद्रशेखर आजाद इंटरनेशनल हॉस्टल और मेजर ध्यानचंद स्टूंडेन्ट एक्टीविटी सेन्टर का उद्घाटन भी किया।
इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में ऐसा शोध कराया जाए, जो समाज के उपयोग में हो। केवल शोध पत्र में प्रकाशन के लिए रिसर्च न कराया जाय। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से विश्वविद्यालय में पांच साल के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ की स्थापना कराने का ऐलान किया। साथ ही रिक्त पदों को जल्द भरने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय देश का नेतृत्व करने वाली प्रयोगशाला है। सभी विधा में दुनिया के नेतृत्व करने वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ही हैं।
दीक्षान्त समारोह में इसके अलावा स्नातक एवं परास्नातक स्तर पर चार चांसलर गोल्ड मेडल, चार सिल्वर व दो ब्रॉन्ज मेडल भी दिये गये। जिसमें 2018-19 अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम में चांसलर गोल्ड मेडल हिमांशु दुबे, सिल्वर मेडल नेहा मिश्रा और ब्रांज मेडल कुलभूषण तिवारी को दिया गया।
पोस्ट ग्रेजुएट में गोल्ड मेडल शिवनेकर रेवती विजय और सिल्वर मेडल श्रेया अग्रवाल को मिला। इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने इस वर्ष से दो बेस्ट टीचर्स को द्रोणाचार्य अवार्ड से सम्मानित किया। इनके अलावा दो शोधार्थियों को मेघनाथ साहा रिसर्च अवार्ड से नवाजा गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता इविवि के कुलाधिपति आशीष कुमार चौहान ने किया।
इसी प्रकार 2019-20 में अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम में गोल्ड मेडल अक्षिका मित्तल, सिल्वर मेडल शाल्विका उपाध्याय और ब्रांज मेडल उर्जा श्रीवास्तव को दिया गया। पोस्ट ग्रेजुएट में गोडल मेडल माधवी सिंह और सिल्वर शशांक मणि त्रिपाठी को मिला। सभी छात्रों (पुरूष) के लिए सफेद कुर्ता और चूड़ीदार पायजामा तथा पीएचडी महिला छात्रों के लिए सफेद साड़ी लाल बार्डर के साथ तथा अंडर व पोस्ट ग्रेजुएट के लिए सफेद सूट में छात्रों ने मेडल प्राप्त किये।