केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्यमंत्री, भानु प्रताप सिंह तथा उत्तर प्रदेश के खादी एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह आज यहां बाल संग्रहालय लॉन, बाल विद्या मंदिर, चारबाग में खादी और ग्रामोद्योग आयोग द्वारा आयोजित 15 दिवसीय राज्य स्तरीय खादी एवं ग्रामोद्योग प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया।
इसके पश्चात उन्होंने प्रदर्शनी में विभिन्न राज्यों से आये ग्रामोद्योग संस्थाओं, इकाइयांे, हस्तशिल्पियों, इकाइयों तथा स्फूर्ति क्लस्टरों द्वारा लगाये गये स्टालों का अवलोकन भी किया। प्रदर्शनी में 12 राज्यों की 64 इकाईयों द्वारा 102 स्टाल लगाये गये हैं।
इस अवसर पर केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि इस प्रदर्शनी के आयोजन से नवयुवकों, हस्तशिल्पियों, गैर सरकारी एवं सरकारी संगठनों को प्रोत्साहन मिलेगा। खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के इस प्रयास से ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत कामगारों के लिए रोजगार के अतिरिक्त अवसर सृजित होंगे और उनकी आय में भी वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि विगत सात वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में खादी संस्थाओं को प्रचुर मात्रा में आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई गई है।
उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के अंतर्गत केन्द्र सरकार के माध्यम से 43225 औद्योगिक इकाइयों की स्थापना कराते हुए 1463 करोड़ रुपये का अनुदान दिया गया है, जिससे लगभग पांच लाख लोगों को रोजगार मिला है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश पीएमईजीपी योजना के कार्यान्वयन में देश में अव्वल रहा है।
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चौधरी उदयभान सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लगभग 500 खादी संस्थाएं उत्पादनरत हैं, जिसमें लाखों लोग रोजगार से जुड़े हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कुशल मार्गदर्शन में खादी एवं ग्रामोद्योग के माध्यम से तीव्र गति से लोगों को रोजगार के अवसर सुलभ कराये जा रहे हैं। केन्द्र सरकार की स्फूर्ति योजना के तहत प्रदेश के सभी जिलों में क्लस्टर की स्थापना कराई जा रही है।
खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के निदेशक राजेश कुमार ने बताया कि प्रदर्शनी में 12 राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार बंगाल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, उत्तराखण्ड, जम्मू-कश्मीर, पंजाब तथा हरियाणा की 64 इकाईयों द्वारा स्टाल लगाये गये हैं। इसमें सदरी, कोट, कुर्ता-पैजामा, शर्ट-पैंट, कोशा साड़ी, चन्देरी साड़ी, रेडीमेड वस्त्र, सूती-ऊनी व रेशमी कपड़ों के साथ-साथ खादी की रजाई, गद्दा, बेडशीट, तकिया, चादर, कम्बल भी उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावा गुजरात के बन्धेज कपड़े से निर्मित सूट, साड़ियॉं, लेडीज सैण्डल, जूतियां प्रदर्शनी में बिक्री हेतु विशेष रूप से उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त ग्रामोद्योगी उत्पाद राजस्थानी गजक, तिलपट्टी, हर्बल-टी, ऑर्गेनिक काढ़ा, आर्गेनिक फूड, आयुर्वेदिक उत्पाद, हर्बल कास्मेटिक, हैण्ड्रीक्राफ्ट, गिफ्ट आइटम तथा खिलौने इत्यादि भी प्रदर्शनी में आकर्षण का केन्द्र हैं। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे।
इस अवसर पर लखनऊ कैण्ट से विधायक सुरेश तिवारी भी मौजूद रहे।