प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक माघ मेला के लिए कोरोना काल को देखते हुए रेलवे अनारक्षित मेला स्पेशल ट्रेन नहीं चलाएगी। मकर संक्रांति से प्रयागराज में 14 जनवरी से मेला शुरू हो रहा है। इसमें उत्तर प्रदेश समेत देश के कोने.कोने से श्रद्धालु एक महीने का कल्पवास करने और माघ स्नान करने के लिए पहुंचते है। मेले में श्रद्धालुओं के पहुंचने के लिए हालांकि रेलवे बोर्ड से अनारक्षित मेला स्पेशल ट्रेने चलाने की अनुमति मांगी थी लेकिन कोरोना काल को देखते हुए इसकी अनुमति नहीं मिली।
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आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि माघ मेला में उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्से से चलने वाली माघ मेला स्पेशल ट्रेनों में सीट के बराबर श्रद्धालु यात्रा कर सकेंगे। मेला स्पेशल ट्रेनों में अनारक्षित टिकट पर आवागमन नहीं होगा। कोरोना का प्रकोप देखते हुए रेलवे अनारक्षित ट्रेनें चलाने को तैयार नहीं है। उन्होने बताया कि प्रमुख स्नान पर्वों पर चलने वाली मेला स्पेशल ट्रेनों के लिए आरक्षित टिकट पर यात्रा करने की गाइडलाइन भी जारी की गई है। मेला में पहुंचने वाले यात्रियों को अपनी सुविधा के लिए स्पेशल ट्रेनों में पहले आरक्षण कराना होगा।
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उन्होने बताया कि उत्तर मध्य रेलवे, उत्तर रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे ने माघ मेला के प्रमुख स्नान पर्वों पर अनारक्षित स्पेशल ट्रेनें चलाने की अनुमति मांगी थी। बोर्ड ने अनारक्षित ट्रेनें चलाने की अनुमति नहीं दी। इसके बाद पूर्वोत्तर रेलवे ने शनिवार को सामान्य स्पेशल ट्रेनों की तरह मेला विशेष गाड़ियां चलाने की घोषणा की। पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि अनारक्षित मेला स्पेशल ट्रेनें चलाने की बोर्ड ने अनुमति नहीं दी।