मानव तस्करी के मामले में कानपुर से आठ लोगों की गिरफ्तारी के बाद बुधवार को उत्तर प्रदेश एटीएस ने गिरोह के प्रमुख सरगना को गिरफ्तार किया है।
एटीएस आईजी जीके गोस्वामी ने बताया कि इस सिंडिकेट के एक अन्य प्रमुख सहयोगी मोहम्मद कय्यूम सिंकदर को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पता चला है कि कय्यूम इस अवैध सिंडिकेट का प्रमुख सदस्य है। जो बांग्लादेशियों रोहिंग्याओें को अवैध रुप से बार्डर पार करने के बाद विदेश भेजने तक के कार्य में सक्रिय रहता है।
बार्डर पार कर आये रोहिंग्या व बांग्लादेशी लोगों के ठहरने, उनके फर्जी दस्तावेज तैयार करने व उनके प्रतिरुपित पहचान के दस्तावेजों के आधार पर उन्हें विदेश भिजवाने का काम कय्यूम और उसके सहयोगियों द्वारा किया जाता था। इसके बदले कय्यूम को इन लोगों से भारी रकम मिलती थी।
उल्लेखनीय है कि भारतीय व बांग्लादेशी लोग एक सिंडिकेट बनाकर बांग्लादेश व म्यांमार के नागरिकों को भारत में अवैध रुप से प्रवेश कराते हैं। यहां पर उनकी पहचान बदलकर उन्हे भारतीय नागरिक के रुप में स्थापित करने के लिए उनका फर्जी आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज बनवा लिया।
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इस कार्य के लिए सिंडिकेट में शामिल गिरोह के सदस्यों के साथ भारत आने वाले बांग्लादेशी व रोहिंग्या लोग भी स्वेच्छा से सम्मिलित हैं। इसी मामले में दर्ज मुकदमें की जांच कर रही उप्र एटीएस ने 12 दिसम्बर को वांछित अभियुक्त महफुजुर्रहमान सहित कुल नौ व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था।