वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार कहा कि राज्य में कोरोना न्यूनतम स्तर पर आ गया है। एहतियाती उपायों के अलावा बचाव के लिए कोविड-19 वैक्सीन सरकारी एवं निजी अस्पतालों में भी उपलब्ध करायी गयी है।
जिले के चोलापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर रविवार को आयोजित एक से 31 मार्च तक चलने वाले संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारंभ करते हुए कहा कि प्रदेश ने कोरोना को मात दी है। अब यह यह न्यूनतम स्तर पर आ गया है। देशभर में कोविड-19 की दो वैक्सीन आ गई है, जो सोमवार से सरकारी एवं निजी अस्पतालों में भी उपलब्ध होंगी। उन्होंने वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हृदय से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अब कोरोना महामारी से देश-प्रदेश सुरक्षित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिमागी बुखार एवं संचारी रोग आदि के खिलाफ हम आगे बढ़ रहे हैं। पहले प्रति वर्ष इन रोगों से हजारों लोग संक्रमित तथा सैकड़ों मौतें होती थीं। जिस पर पूर्व में लंबे समय से ध्यान नहीं दिया गया। वर्तमान सरकार ने अंतर विभागीय समन्वय से 2017 से जेई टीकाकरण अभियान चलाकर इंसेफलाइटिस से बचाव का काम प्रारंभ किया था। इसके अच्छे परिणाम सामने आये हैं। इन बीमारियों में 75 फीसदी तथा मौतों में 95 फ़ीसदी की कमी आई है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही हम संचारी रोगों से पूर्णतः नियंत्रण करने में सफल होंगे।
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उन्होंने आरोग्य मेले का अवलोकन किया तथा संचारी रोगों से बचाव की जागरूकता के लिए गांवों में स्वास्थ्य सेवा के लिए सचल चिकित्सा इकाई वाहनों, फागिंग मशीन वाहनों, एंटी लार्वा स्प्रे टीमों को हरी झंडी दिखाकर गांवों के लिए रवाना किया। उन्होंने ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोलापुर के जनरल वार्ड में जाकर मरीजों को देखा एवं उनके परिजनों रूमा पांडेय एवं मनोरमा से बात कर उनका हालचाल जाना। मेले में आयी रीना देवी एवं उषा देवी से गोल्डन कार्ड के बसों में जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए अभी से तैयारी होगी तो आगे गर्मी-बरसात में उनसे से बचाव होगा। गत वर्ष 2020 प्रदेश के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रत्येक रविवार को आरोग्य मेले आयोजित किये गये थे जिनमें 30 लाख से अधिक लोगों को बेहतर स्वास्थ्य लाभ दिये गये।
उन्होंने कहा कि विषाणु जनित बीमारियां खुले में शौच, गंदगी व पेयजल से सामान्यतः होती है। हम प्रधानमंत्री के आभारी हैं जिन्होंने ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के तहत घर-घर शौचालय घर बनावाया। अब ‘जल जीवन मिशन’ के तहत ‘हर घर नल’ योजना क्रियान्वित की गई है। गांवों में सामुदायिक शौचालय बन रहे हैं, जिसमें गांव की ही महिला को रोजगार दिया जा रहा है।
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श्री योगी ने कहा कि व्यापक स्तर पर स्वच्छता के कार्य हुए हैं। यह बीमारियों से बचाव के सर्वोत्तम उपाय हैं। मुख्यमंत्री कहा कि आरोग्य मेले में विभिन्न प्रकार की जांचों की व्यवस्था है। विशेषज्ञ डॉक्टरों की व्यवस्था है। परिवार कल्याण, पोषण, स्वास्थ्य जागरूकता के कार्यक्रम होते हैं। लोगों को बेहतर स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जा रहा है। आयुष्मान भारत में पांच लाख रुपये तक चिकित्सा लाभ है। गोल्डन कार्ड बनवाना एवं अन्य जरूरी जानकारी नागरिकों को दी जाती है।
उन्होंने कहा कि मिशन इंद्रधनुष, खुशहाल परिवार दिवस, मातृत्व वंदना दिवस इनसे जुड़कर महिलाओं, बच्चों, परिवार को स्वास्थ्य जीवन की जानकारी एवं जागरूकता हो रही है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य कार्यक्रमों के अभियानों से जुड़े संगठनों, संस्थाओं, नागरिकों को धन्यवाद देते हुए सफलता की नई ऊंचाई पर पहुंचने को प्रेरित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मीरा, संगीता, अनुज, सुनील एवं जयप्रकाश को अपने हाथों गोल्डन कार्ड वितरित किया।