नोएडा/लखनऊ: यूपी बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने सालभर बाद अपनी नई टीम की घोषणा कर दी है। टीम में ज्यादातर उन पदाधिकारियों को जगह दी गई है, जो सरकार में किसी पद पर तैनात नहीं है। गौतमबुद्धनगर से विधायक पंकज सिंह को अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। योगी मंत्रिमंडल में जगह न पाने वाले पंकज सिंह को यूपी बीजेपी की नई टीम में उपाध्यक्ष बनाया गया है।
योगी कैबिनेट में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह को जगह मिलने पर दो बार चर्चा हुई लेकिन दोनों बार ही उनके हाथ मायूसी लगी। पिछले साल अगस्त में ही जब योगी मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ तो पंकज सिंह को जगह मिलने की पूरी संभावना थी। आखिरी तक उनके नाम के कयास लगते रहे लेकिन जब शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची जारी हुई तो उनका नाम कहीं नहीं था।
आपकी भावपूर्ण शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद मा० मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी, आपके मार्गदर्शन में पार्टी संगठन को प्रदेश में और सशक्त एवं व्यापक बनाने की दिशा में काम करेंगे। @myogioffice https://t.co/ykAzePn0r6
— Pankaj Singh (Modi Ka Parivar) (@PankajSinghBJP) August 22, 2020
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इसको लेकर सियासी गलियारों में कई दिनों चर्चा बनी रही। राजनीतिक खेमों का कहना था कि जब दूसरे वरिष्ठ नेताओं के परिवार के सदस्यों को सरकार में अच्छे पद पर हैं तो पकंज को मंत्रिपरिषद में जगह न मिलना सवाल पैदा करता है।
इससे पहले 2017 में यूपी में योगी सरकार के गठन के समय भी पंकज को कैबिनेट में लेने का विचार किया जा रहा था, लेकिन शपथग्रहण के 11 घंटे पहले ही फैसला बदल दिया गया था।
हालांकि बीजेपी के आंतरिक सूत्रों ने इसके पीछे दूसरी वजह बताई। बीजेपी सूत्रों का कहना था कि चूंकि पंकज के पिता राजनाथ सिंह पहले से ही केंद्रीय मंत्री हैं, ऐसे में पंकज को यूपी के मंत्रिमंडल में जगह देना उचित नहीं था। ऐसे में पंकज को मंत्रिमंडल में जगह न देकर उन्हें प्रदेश कार्यकारिणी में दूसरा अहम पद देने पर विचार किया गया।निवर्तमान कार्यकारिणी में विधायक पंकज सिंह महामंत्री थे। पंकज सिंह 2004 में प्रदेश कार्यकारिणी में बतौर सदस्य शामिल होने के बाद 2007 में बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बने। इसी साल वह प्रदेश कार्यसमिति में शामिल हुए। 2009 में प्रदेश मंत्री बने।
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2017 विधानसभा चुनाव में पंकज सिंह ने नोएडा विधानसभा सीट से पहली बार चुनाव लड़ा था और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार सुनील चौधरी को एक लाख से ज्यादा वोटों से हराकर जीत दर्ज की थी।
पंकज सिंह 15 साल से भी ज्यादा समय से बीजेपी से जुड़े हुए हैं। कहा जाता है कि उन्हें यूपी की राजनीति और यहां की कमियों के बारे में काफी करीब से जानकारी है। यूपी की किस तरह के विकास की जरूरत है और उसके लिए क्या प्लानिंग सही रहेगी, इसके लिए उसके अनुभव को अब संगठन में इस्तेमाल किया जाएगा।
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बीजेपी की नई टीम 2022 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर बनाई है। टीम में नए 17 नए और युवा चेहरों को जगह दी गई है तो क्षेत्रीय और जातीय समीकरण का भी खास ख्याल रखा गया है।
इस बार लिस्ट में क्षेत्र और जाति को पूरी तरह से महत्व दिया गया है। 41 पदाधिकारियों की लिस्ट में अगड़े वर्ग के 21 पदाधिकारी हैं, इनमें भी सबसे ज्यादा 7 ब्राह्मण, 6 ठाकुर, 5 वैश्य, 2 भूमिहार और एक पंजाबी है। कायस्थों को जगह नहीं मिल पाई है। सूची में कुल 12 पिछड़ा वर्ग और 8 दलित वर्ग के पदाधिकारी हैं। बीजेपी की क्षेत्रीय संरचना के अनुसार, पश्चिम से 8, व्रज से 6, कानपुर से 7, अवध से 7, काशी से 7 और गोरखपुर से 5 को जगह दी गई है।