नोएडा के एसएसपी रहे आईपीएस अफसर डॉ. अजयपाल शर्मा और हिमांशु कुमार पर विजिलेंस मेरठ सेक्टर में एंटी करप्शन एक्ट के अंतर्गत एफआईआर दर्ज की गई है। दोनों अधिकारियों पर ट्रांसफर और पोस्टिंग के लिए गड़बड़ी का आरोप है। अजयपाल शर्मा और हिमांशु कुमार के खिलाफ सबूत फोन कॉल और चैट से मिले हैं।
अब दोनों अधिकारियों पर निलंबन की तलवार लटकी हुई है। कथित पत्रकार चंदन राय, स्वप्निल राय और अतुल शुक्ला का नाम भी एफआईआर में शामिल है। इन सभी पर सरकारी अधिकारी को भ्रष्टाचार के लिए प्रेरित करने का आरोप है। सभी लोगों पर ‘प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट’ की धारा 8 और 12 में रिपोर्ट दर्ज की गई है।
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गौरतलब है कि नोएडा के एसएसपी रहे वैभव कृष्ण ने अजय पाल शर्मा और हिमांशु कुमार पर अपराधियों से साठगांठ करने व भ्रष्टाचार समेत तमाम गंभीर आरोप लगाए थे। योगी सरकार ने आरोपों की जांच के लिए डायरेक्टर विजिलेंस के नेतृत्व में एसआईटी का गठन
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दिसंबर 2019 में एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट सरकार को दी। इस रिपोर्ट में अजयपाल शर्मा और हिमांशु कुमार के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की संस्तुति की थी। शासन के निर्देश पर विजिलेंस ने इस मामले की जांच शुरू कर तथ्यों को जुटाते हुए रिपोर्ट तैयार की। इसके बाद एफआईआर दर्ज की गई है।