योगी सरकार के साढ़े चार साल पूरे होने पर विकास के तमाम दावों को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने झूठ का पुलिंदा बताते हुए कहा कि इस दौरान यूपी को सिर्फ़ बर्बादी मिली है। जनता के टैक्स का पैसा खर्च करके सीएम योगी झूठे विज्ञापन देकर चाहे जितना चेहरा चमकायें, हक़ीक़त यह है कि प्रदेश की जनता महंगाई, बेरोज़गारी और अपराध से त्राहि-त्राहि कर रही है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि किसानों की आय दोगुना करने का वादा करके सत्ता में आई योगी सरकार बेशर्मी के साथ आज अपने साढ़े 4 साल पूरे होने पर “विकास उत्सव” मना रही है, जबकि बेरोजगारी व महंगाई के साथ ही अपराध की घटनाएं बढ़ी हैं।
प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि 2019 में राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर 2018 में खत्म तिमाही में यूपी में सबसे ज्यादा करीब 15.8 फीसदी की दर से बेरोजगारी दर्ज की गई। योगी सरकार के श्रम व सेवा नियोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने विधानसभा में एक सवाल के जवाब में बताया है कि श्रम मंत्रालय की ओर से संचालित ऑनलाइन पोर्टल पर 7 फरवरी 2020 तक करीब 33.93 लाख बेरोजगार रजिस्टर्ड हुए हैं। स्वामी प्रसाद ने जून 2018 में उत्तर प्रदेश में रजिस्टर्ड बेरोजगारों की संख्या 21.39 लाख बताई थी।
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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सरकार की अकर्मण्यता और वादा खिलाफी पर तंज कसते हुए कहा की योगी सरकार जनता की गाढ़ी कमाई से प्राप्त टैक्स टैक्स की रकम चैनलों और टीवी अखबारों के माध्यम से झूठ पर आधारित महंगे विज्ञापनों पर खर्च कर रही है। मोदी सरकार की राह पर चलते हुए अब तक योगी सरकार ने साढ़े चार सौ करोड़ से भी ज्यादा रकम अपनी इमेज बनाने हेतु फर्जी विज्ञापनों पर खर्च किए हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया कि बाढ़ ओलावृष्टि फसलों का नुकसान होने पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ उत्तर प्रदेश के किसानों को नहीं मिला। इन 2 वर्षों में 13 सौ करोड़ रूपया बीजेपी के मित्र कारपोरेट फसल बीमा के नाम पर हज़म कर गये। उधर, नीलगाय और आवारा पशुओं से प्रदेश का किसान त्रस्त है। पूरी रात जागकर फसलों की सुरक्षा करने वाले किसान को उसकी फसल का न उचित मूल्य मिलता है, न उसके बकाया भुगतान को लेकर सरकार गंभीर है।
प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि हिंसा के मामलों में भी उत्तर प्रदेश अव्वल है और पुलिस विभाग में करीब एक लाख पद खाली पड़े हैं। कहा कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ सकती है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार एक बार फिर सांप्रदायिक सदभाव का माहौल खराब करने वाली भाषा, व्यवहार और मुद्दों को तूल देकर साबित कर रही है कि विकास के मोर्चे पर वह बुरी तरह फेल है।