वैश्विक महामारी कोरोना की कठिन चुनौतियों के बावजूद उत्तर प्रदेश निवेश के क्षेत्र में नए आयाम गढ़ रहा है। प्रदेश में सवा तीन साल में अब तक 03 लाख 52 हजार 98 एनओसी दी गई है। इसमें विदेशी कंपनियों से लेकर घरेलू कंपनियां भी शामिल हैं। सरकार का दावा है कि निवेश फ्रेंडली सिस्टम के कारण 01 लाख 50 हजार 376 उद्यमियों ने संतुष्टि भी जाहिर की है। यह बातें मंगलवार को राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने कही।
प्रवक्ता ने कहा कि निवेश मित्र पोर्टल पर श्रम विभाग में सबसे अधिक औसतन आवेदन के बाद एक दिन में 01 लाख 04 हजार 767 एनओसी दी गई है। ज्यादातर आवेदन में 21, 30 और 60 दिन में एनओसी की समय सीमा निर्धारित थी, लेकिन ज्यादातर आवेदन में एनओसी एक, दो और पांच दिन में दी गई।
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उन्होंने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 36 हजार 668 एनओसी औसतन 10 दिन में दी है। इसमें ज्यादातर आवेदन के लिए समय सीमा 10, 90 और 120 दिन निर्धारित थी। फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन विभाग ने औसतन छह दिन में 20,400 एनओसी दी है, जबकि सरकार की ओर से समय सीमा सात, 15 और 30 दिन निर्धारित थी।
प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में पहली बार ऑनलाइन एनओसी देने की शुरूआत मुख्यमंत्री योगी ने की थी। पहली बार उद्योगों को आऑनलाइन एनओसी देने के लिए फरवरी, 2018 में शुरूआत की गई थी और निवेश मित्र पोर्टल लांच किया गया था। इस पोर्टल के माध्यम से सभी प्रकार की एनओसी पारदर्शिता के साथ निर्धारित समय में दी जाती है। इससे उद्यमियों को चक्कर काटने से मुक्ति मिलती है और उनका समय बचता है।
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आईआईए के राष्ट्रीय चेयरमैन पंकज कुमार का कहना है कि प्रदेश सरकार ने प्रदेश में निवेश बढ़ाने के लिए जो प्रयास किए हैं, यह उसी का परिणाम है। उद्यमियों के लिए सरकार ने सभी स्वीकृतियां, अनुमोदन और अनुमति ऑनलाइन की है।