लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अपने सरकारी आवास पर पर्यटन एवं संस्कृति विभाग की 642 करोड़ रुपये की 488 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना, केन्द्रीय योजना, राज्य योजना, जिला योजना एवं ब्रज तीर्थ विकास परिषद के अन्तर्गत परियोजनाओं का लोकार्पण तथा मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना, राज्य योजना एवं जिला योजना के अन्तर्गत परियोजनाओं का शिलान्यास शामिल है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पर्यटन परियोजनाओं पर आधारित पुस्तक तथा कैलेण्डर का विमोचन भी किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन विकास के मानचित्र पर उत्तर प्रदेश एक नयी गाथा लिख रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और कुशल मार्गदर्शन में पर्यटन विकास की अनन्त सम्भावनाओं को विस्तार देते हुए पूरे देश में कार्य किया जा रहा है। इसके तहत उत्तर प्रदेश में पर्यटन सम्बन्धी परियोजनाओं को ते से मूर्तरूप दिया गया है। पर्यटन संवर्धन और सांस्कृतिक चेतना के पुनर्जागरण के अनेक कार्य किये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आजादी के बाद देश में पर्यटन विकास की सम्भावनाओं को देखते हुए अनेक योजनाएं और कार्यक्रम संचालित किये। इनमें प्रासाद योजना, स्वदेश दर्शन योजना के अन्तर्गत रामायण सर्किट, बुद्ध सर्किट, स्प्रिचुअल सर्किट सहित अन्य पर्यटन सर्किट के तहत पर्यटन सुविधाएं विकसित किये जाने का कार्य हो रहा है। पर्यटन विकास से सम्बन्धित केन्द्र सरकार की सभी योजनाओं और कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक संचालित करते हुए उत्तर प्रदेश में विगत लगभग 05 वर्षाें में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की गयीं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की योजनाओं से सम्बन्धित सर्वाधिक परियोजनाएं उत्तर प्रदेश को मिलीं, जिनसे पर्यटन स्थलों के विकास में सहायता मिली।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 के पूर्व उत्तर प्रदेश पर्यटकों की संख्या की दृष्टि से तीसरे स्थान पर था। आज देश से सर्वाधिक पर्यटक उत्तर प्रदेश में आते हैं और यह प्रथम स्थान पर है। मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना के तहत प्रदेश के विभिन्न विधान सभा क्षेत्रों में चयनित पर्यटन स्थलों का विकास कराया जा रहा है। पर्यटन स्थलों में जनसुविधाओं पर जोर देते हुए उन्हें विकसित किया जा रहा है, जिससे लोगों को रोजगार भी उपलब्ध हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रयागराज कुम्भ-2019 को वैश्विक मंच पर सराहना मिली। यह सुव्यवस्था, सुरक्षा, स्वच्छता का मानक बना। वर्ष 2013 में आयोजित कुम्भ के तहत 12 करोड़ श्रद्धालु आये थे, जबकि वर्ष 2019 में इनकी संख्या 25 करोड़ से अधिक हो गयी। प्रयागराज में दिव्य और भव्य कुम्भ के साथ ही अयोध्या में दीपोत्सव, ब्रज में रंगोत्सव एवं कृष्णोत्सव, काशी में देव दीपावली एवं महाशिवरात्रि महोत्सव का आयोजन किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन विकास की सभी योजनाओं को ते से पूरा किया जा रहा है। इसके साथ ही, अयोध्या के पर्यटन सहित समग्र विकास पर कार्य हो रहा है। उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के तहत मथुरा व वृन्दावन का पर्यटन विकास कराया जा रहा है। अयोध्या धाम, विन्ध्यवासिनी धाम, नैमिषारण्य धाम, शुक्रताल धाम, चित्रकूट धाम, देवीपाटन धाम के पर्यटन विकास कार्य भी ते से आगे बढ़ रहे हैं। महर्षि वाल्मीकि से जुड़े लालापुर, गोस्वामी तुलसीदास से सम्बन्धित राजापुर, निषादराज गुह्य से सम्बन्धित श्रृंग्वेरपुर स्थलों को भी विकसित किया जा रहा है। काशी विश्वनाथ धाम के दिव्य और भव्य रूप का लोकार्पण किया जा चुका है। पूरा विश्व काशी विश्वनाथ धाम के इस नये स्वरूप पर आकर्षित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के महत्वपूर्ण धार्मिक व आध्यात्मिक स्थलों के विकास के लिए तीर्थ विकास परिषदों का गठन किए जाने से, जहाँ स्थल का सर्वांगीण विकास हो रहा है, वहीं विभिन्न तीर्थ स्थलों पर आने वाले तीर्थयात्रियों/पर्यटकों को मूलभूत आवश्यक एवं विश्वस्तरीय सुविधाएं प्राप्त हो रही हैं। धार्मिक तथा आध्यात्मिक पर्यटन सहित ईको टूरिज्म पर फोकस करते हुए विकास कार्य किये जा रहे हैं। इन सभी प्रयासों से पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है और व्यापक पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजित हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में आजादी के 75 वर्ष के अवसर पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। यह वर्ष चौरी-चौरा की घटना का शताब्दी वर्ष भी है। इस अवसर पर चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव भी आयोजित किया जा रहा है। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत लखनऊ स्थित रेज़िडेंसी में भव्य ड्रोन शो आयोजित किया गया, जिसकी सर्वत्र सराहना हुई। इस अवसर पर लाइट एण्ड साउण्ड शो भी आयोजित किया गया।
केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री 0 किशन रेड्डी ने वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की सांस्कृतिक विरासत और गौरव के दृष्टिगत पर्यटन योजनाएं और कार्यक्रम संचालित किये गये, जिससे भारत की सभ्यता और संस्कृति सुदृढ़ हुई है। स्वदेश दर्शन और प्रासाद योजना के माध्यम से उत्तर प्रदेश में कई पर्यटन स्थलों को विकसित किये जाने का कार्य हो रहा है। अवस्थापनाओं और आधारभूत सुविधाओं में वृद्धि हुई है। पर्यटकों और श्रद्धालुओं को सुगमता मिली है। कनेक्टिविटी बढ़ी है।
केन्द्रीय पर्यटन मंत्री ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत प्रधानमंत्री का विजन है कि आजादी से जुड़े स्थलों और महापुरुषों के सन्दर्भ में जन-जन की भागीदारी हो और वे विकास की यात्रा में सहभागी बनें। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पूरे प्रदेश में विकास के सराहनीय कार्य हो रहे हैं। भगवान बुद्ध से जुड़े स्थलों, रामायण सर्किट, काशी विश्वनाथ धाम, अयोध्या व मथुरा-वृन्दावन को विकसित करने का कार्य किया गया है। उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदली है और इसका गौरव बढ़ा है। भ्रष्टाचार, गुण्डाराज, माफियाराज का अन्त हुआ है। रामराज्य की अवधारणा साकार हो रही है।
प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 नीलकंठ तिवारी ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से वर्ष 2017 के बाद मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश को संकल्प के तहत शीर्ष पर पहुंचाया है। विकास के अभूतपूर्व कार्य किये गये, जिनके परिणाम सबके सामने हैं। उत्तर प्रदेश के गौरव प्रतीकों को पुनर्स्थापित करते हुए घरेलू पर्यटकों की दृष्टि से उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है।
इस अवसर पर नगर विकास मंत्री आशुतोष टण्डन सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। केन्द्रीय पर्यटन एवं रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट व केन्द्रीय पर्यटन सचिव अरविन्द सिंह वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।