औरैया पुलिस ने इस बार जो कारनामा किया है, उसकी चारों तरफ चर्चा है। अब औरैया पुलिस को एक मृत महिला से शांति भंग होने का खतरा है। पुलिस ने मृत महिला को कानून व्यवस्था कायम रखने के मद्देनजर 107/16 में पाबंद कर दिया है।
इस बात का खुलासा तब हुआ जब डिप्टी कलेक्टर के ऑफिस का पेशकार महिला की उपस्थिति दर्ज कराने के लिए उसका नाम पुकारता रहा, लेकिन महिला नहीं आई। अब आए भी कैसे, जब 10 साल से वह धरतीलोक पर है ही नहीं। मृत महिला से कानून व्यवस्था के खराब होने की खबर मीडिया में आने के बाद पुलिस अधिकारियों ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
जाने क्या है मामला
दरअसल, एरवाकटरा थाना क्षेत्र में एक प्लॉट पर कुछ दबंगों ने कब्जा करने की कोशिश करने पर पीड़ित विजय बाथम ने एरवाकटरा पुलिस से शिकायत की, लेकिन पुलिस ने विजय बाथम को ही हिरासत में ले लिया। उसपर शांतिभंग की धारा में चालान भी कर दिया गया। साथ ही पीड़ित विजय बाथम की मृत पत्नी मिथलेश कुमारी को भी शांतिभंग में पाबंद कर दिया गया।
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विजय बाथम को जब पुलिसकर्मी उपजिलाधिकारी कोर्ट लेकर पहुंचे तो उसकी फाइल पर पेशकार ने मिथलेश कुमारी को कोर्ट में उपस्थित होने के लिए पुकार लगाई, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुई। इसके बाद विजय बाथम से मिथलेश कुमारी के कोर्ट में हाजिर न होने का कारण पूछा गया तो उसने बताया कि उसकी पत्नी तो 10 साल पहले ही मर चुकी है। इस बात से कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी मच गई।
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आरोप है कि पुलिस ने दबंगों के दबाव में आकर पीड़ित के ही खिलाफ कार्रवाई की है। वहीं क्षेत्राधिकारी बिधूना मुकेश कुमार का कहना है कि उन्होंने पुलिस अफसरों से इतनी बड़ी गलती के बारे में जानने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि गलती हो गई। पूरे मामले पर जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।