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कानपुर देहात की घटना से यूपी की राजनीति में उबाल

Kanpur Dehat

Kanpur Dehat Incident

लखनऊ। कानपुर देहात (Kanpur Dehat) जिले के रूरा में अतिक्रमण हटाने के दौरान लगी आग (Fire) में मां बेटी की मृत्यु के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति गर्मा गयी है।

समाजवादी पार्टी (सपा) और प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों ने मंगलवार को कानपुर देहात जाने का प्रयास किया मगर उन्हे बीच रास्ते से वापस कर दिया गया। इस दौरान विपक्षी दल के नेताओं से पुलिस प्रशासन की तीखी नोकझोंक हुयी। प्रदेश कांग्रेस ने इस सिलसिले में बुधवार को राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है।

इस बीच राज्य के उपमुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये मृतका के पुत्र से बातचीत कर परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया। घटना में संलिप्त उप जिलाधिकारी मैथा समेत 39 ज्ञात और अज्ञात लोगों के खिलाफ संगीन आपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इस सिलसिले में अब तक दो लोगो को गिरफ्तार भी किया गया है।

उपमुख्यमंत्री के फोन पर पीडित परिवार के सदस्य से बात करने की भर्त्सना करते हुये सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया “ शर्मनाक। विपक्ष को पुलिस प्रशासन द्वारा पीड़ित परिवार से मिलने से रोकना और सरकार के उप मुख्यमंत्री का स्वयं में सरकार होते हुए शोकाकुल परिवार को फोन पर सरकार के साथ खड़े होने का आश्वासन देना दुर्भाग्यपूर्ण है।”

एक अन्य ट्वीट में उन्होने आरोप लगाया कि पीडित परिवार से हुयी बातचीत का वीडियो कांटा छांटा गया है। उन्होने कहा “ दिखावटी भाजपाई संवेदना का शर्मनाक वीडियो। भाजपाइयों ने अपना हिस्सा तो दिखा दिया लेकिन पीड़ित की माँग का हिस्सा काट दिया। ये भाजपाई असंवेदनशीलता का निकृष्टतम रूप है। सत्ता के अहंकार की अग्नि ने एक परिवार को भस्म कर दिया। कानपुर नगर या कानपुर देहात ही नहीं पूरा उप्र भाजपा सरकार के अन्याय का शिकार हो रहा है।”

पार्टी महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने ट्वीट किया “ कानपुर में हुई अमानवीय घटना के बाद पीड़ित परिवार से संवेदना प्रकट करने जा रहे समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को योगी सरकार के प्रशासन द्वारा रोका जाना बेहद निंदनीय। आरोपी डीएम, एसडीएम और लेखपाल पर दर्ज हो धारा 302 के अंतर्गत मुकदमा।”

उधर कानपुर देहात की ओर कूच कर रहे कांग्रेसी पदाधिकारियों को पुलिस ने उन्नाव के नवाबगंज टाेल प्लाजा पर रोक लिया। इस दौरान नेताओं की पुलिस अधिकारियों से तीखी नोकझोक हुयी मगर उन्हे वापस लौटना पड़ा। इस मामले को लेकर कांग्रेस ने राज्यपाल को पत्र लिखकर बुधवार को उनसे मुलाकात का समय मांगा है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने कल ही एक संवाददाता सम्मेलन भी बुलाया है।

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