नई दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस की परेड में उत्तर प्रदेश की झांकी ‘ अयोध्या : उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर’ नामक झांकी को पहले पुरस्कार से नवाजा गया है।
केंद्रीय युवा एवं खेल मंत्री किरण रिजिजू ने गुरूवार को यूपी की राममंदिर वाली झांकी को पहला पुरस्कार प्रदान किया जिसे उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल और सूचना निदेशक शिशिर गुरूवार को नई दिल्ली में यह पुरस्कार ग्रहण किया।
सूचना निदेशक शिशिर ने इस मौके पर ट्विटर पर कहा कि उत्तर प्रदेश की झांकी को प्रथम पुरस्कार से नवाजा जाना वास्तव में प्रदेश के हर नागरिक के लिये गर्व की अनुभूति कराने वाला क्षण है। झांकी को पहला पुरस्कार मिलना टीम वर्क का परिणाम है। गीतकार वीरेन्द्र वत्स और गायक राहुल मिश्रा के अलावा टीम के हर सदस्य को इसका श्रेय दिया जाना चाहिये। अयोध्या जहां से समता का संदेश निकला था, वहां की झांकी को पुरस्कार मिलना गौरान्वित करता है।
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गौरतलब है कि 26 जनवरी की परेड में ‘अयोध्या: उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर’ शीर्षक से प्रस्तुत की गई इस झांकी में राम मंदिर समेत विभिन्न देशों से अयोध्या एवं प्रभु राम से संबंधों का चित्रण किया गया था। झांकी में अयोध्या में भव्य दीपोत्सव की भी झलक दिखायी गयी थी। इसके अलावा भित्ति चित्रों के माध्यम से भगवान राम द्वारा निषादराज को गले लगाते और शबरी के जूठे बेर खाते, अहिल्या का उद्धार, हनुमान द्वारा संजीवनी बूटी लाया जाना, जटायु-राम संवाद, लंका नरेश की अशोक वाटिका को दर्शाया गया था।
उत्तर प्रदेश की झांकी को राजपथ में मौजूद सैकड़ों गणमान्य अतिथियों और दर्शकों ने सराहा था और ताली बजाकर अपनी खुशी का इजहार किया था।