यूपी विधानसभा में अनपुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2021-2022 का बजट फरवरी में पेश किया गया था और सभी बातों का ध्यान रखकर बजट प्रस्तुत किया गया था। लेकिन पिछले 17 महीने से पूरी दुनिया सदी की सबसे बड़ी महामारी झेल रही है। सरकार की तरफ से जो प्रयास किए गए लेकिन उसके बीच कुछ ऐसी मदें थी, जिसके लिए अनुपूरक बजट लाया गया है।
इस सदन में इस बात से पूरे सदन को अवगत करना है कि 2017 में बजट पेश करते समय जो बात कही थी। पीएम मोदी, जो सबका साथ सबका विकास की बात करते हैं और सबके विश्वास से जोड़ते हैं वो हमारा भाव है। हमारे जीवन का हिस्सा है और काम में भी यही झलकेगा। समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति से विकास होगा। शासन से इसी के अनुरूप अपना काम किया है।
पिछले 5 साल में बजट का दायरा दोगुना हो गया। आज हम 6 लाख करोड़ तक बजट के दायरे तक पहुंच गए। बड़ी सोच होगी तो बजट भी बढ़ेगा। संकीर्ण सोच से विराट काम नहीं हो सकता।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले 5 वर्षों में प्रति व्यक्ति आय भी दोगुनी हुई। प्रदेश की विकास यात्रा में हम प्रति व्यक्ति आय को दोगुना होने में सफल हुए। पहले प्रदेश दंगे और भ्रष्टाचार में एक नम्बर पर था। विकास में सबसे पीछे था। हमें निवेशकों को यूपी बुलाया। इज आफ डूइंग बिजनेस में यूपी 15 नम्बर पर था, आज दूसरे नम्बर पर है।
मां गंगा से लेकर सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद यूपी को मिला लेकिन कभी ध्यान नहीं दिया गया। बस अपने नाम पर स्मारक बन गए। काशी विश्वनाथ के जरिए यूपी अपने पौराणिक स्थान को पाने जा रहा है। ब्रज क्षेत्र का विकास हो रहा है। ये लोग भी कर सकते थे लेकिन उनके लिए राम और कृष्ण को संप्रदायिकता का प्रतीक मानते थे।
सीएम योगी ने कहा कि जो लोग राम को नकारते थे, वो आज बताने में लगे हैं कि वो बड़े भक्त है। कर तो वो भी सकते थे लेकिन सोच नहीं थी। प्रयागराज के कुम्भ की चर्चा वैश्विक स्तर पर हुई। आज पर्यटन में यूपी नम्बर 1 पर है। पहले चौथे-पांचवे नम्बर पर था।