नरेन्द्र मोदी सरकार के कृषि क्षेत्र से जुड़े तीन कानूनों का गुरुवार को दिल्ली विधानसभा में जमकर विरोध हुआ और सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों के सदन में कानून की प्रतियां फाड़ने से हंगामा हो गया।
दिल्ली विधानसभा का आज एक दिन का विशेष सत्र बुलाया गया है।
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सत्र की शुरुआत में ही परिवहन और पर्यावरण मंत्री कैलाश गहलोत ने एक संकल्प पत्र पेश किया, जिसमें तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की बात कही गई।
प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सत्तारुढ़ दल के महेंद्र गोयल और सोमनाथ भारती ने सदन में कृषि कानून की प्रतियां फाड़ी और जय जवान, जय किसान के नारे लगाते हुए कहा कि जो कानून किसानों के पक्ष में नहीं हैं, उसे स्वीकार नहीं करेंगे।
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आप पार्टी कृषि कानूनों के पक्ष में आंदोलनरत किसानों के साथ नजर आ रही है। पार्टी तीनों कानून को किसानों के खिलाफ बताकर इन्हें तुरंत वापस लेने की मांग कर रही है।