मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री व भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडनवीस के मुकेश अंबानी बम धमकी के सिलसिले में मुंबई पुलिस के मुठभेड़ विशेषज्ञ सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वजे की गिरफ्तारी की मांग की है। इसके बाद महाराष्ट्र विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार को कुछ-कुछ देर के लिए सात बार और बाद में पूरे दिन की खातिर स्थगित कर दी गई।
#WATCH | In Maharashtra Assembly, BJP MLAs raise slogan — "Ye sarkar khooni hai" as they demand the suspension and arrest of police officer Sachin Vaze in Mansukh Hiren death case. pic.twitter.com/JvXdO6phTG
— ANI (@ANI) March 9, 2021
श्री फडनवीस ने महाराष्ट्र विधानसभा में मंगलवार को कहा कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर पिछले महीने विस्फोटक से लदी जो कार मिली थी। वह घटना के चार महीने पहले तक वजे के कब्जे में थी। कार के मालिक मनसुख हिरेन को बाद में मृत पाया गया। श्री फडनवीस ने दावा किया कि मनसुख हिरेन की पत्नी को शक है कि वजे ने उनके पति की हत्या कर दी।
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श्री फडनवीस ने सदन में मनसुख हिरेन की पत्नी के एक बयान को पढ़ा और कहा कि वजे ने हिरेन को खुद को गिरफ्तार कराने की सलाह दी थी और उसे जमानत पर रिहा कराने का वादा किया था। उनकी पत्नी ने उन्हें इसके खिलाफ सलाह दी और हिरेन ने अग्रिम जमानत के लिए कानूनी मदद मांगी। श्री फडनवीस ने दावा किया कि हिरेन की पत्नी को संदेह है कि वजे ने उसके पति हत्या कर दी, इसलिए वजे को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि मनसुख हिरेन के फोन का अंतिम ज्ञात स्थान शिवसेना नेता धनंजय गावड़े के कार्यालय के पास था। श्री गावड़े और सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वजे को 2017 में जबरन वसूली के एक मामले में नामित किया गया था। उनके बयान के बाद विधानसभा में हंगामा मच गया और विपक्षी सदस्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
वर्ष 2002 में घाटकोपर बम विस्फोट मामले में एक संदिग्ध व्यक्ति ख्वाजा यूनुस की हिरासत में मृत्यु के आरोप में साल 2007 में, 14 अन्य पुलिसकर्मियों के साथ वजे को निलंबित कर दिया गया था लेकिन महाराष्ट्र सरकार ने हाल ही में वजे को बहाल कर दिया था।