नई दिल्ली| संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने 4 अक्टूबर को आयोजित हुई सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2020 का प्रश्न पत्र जारी कर दिया है। परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं युवा www.upsc.gov.in पर जाकर प्रश्न पत्र देख व डाउनलोड कर सकते हैं। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2020 के लिए 10 लाख से ज्यादा युवाओं ने आवेदन किया था। कोरोना काल के बीच आयोजित हुई परीक्षा में अभ्यर्थियों व परीक्षा केंद्र पर कार्यरत कर्मचारियों ने कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया।
- प्रयागराज में प्रतीक तिवारी ने कहा, इस साल की प्रारंभिक परीक्षा के दोनों प्रश्न पत्र संतुलित थे। फैक्ट से ज्यादा प्रश्न थ्योरी पर आधारित थे। अधिकांश प्रश्न एनसीआरसीट पैटर्न पर आधारित थे।
- प्रयागराज में संतोष कुमार ने कहा, पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष का प्रश्न पत्र काफी विस्तारित था। प्रश्नों को हल करने से पहले समझने की आवश्यकता थी। सभी विषयों से प्रश्न जुड़े रहे।
- रांची में पेपर देने वाली मुस्कान ने कहा, पेपर बहुत आसान थे। समय थोड़ा कम रह गया। उम्मीद के मुताबिक पहला पेपर थोड़ा कठिन था। दूसरे पेपर को बनाने में परेशानी नहीं हुई।
- शुभम सिंह ने कहा, उम्मीद थी कि पहले पेपर में इतिहास से ज्यादा सवाल आएंगे, लेकिन इस बार करेंट अफेयर्स से ज्यादा सवाल पूछे गए। यह बेहतर बदलाव है।
- रांची में मेहर ने कहा, अंग्रेजी के विकल्प उम्मीद से कुछ ज्यादा ही ट्रिकी थे। सही विकल्प के चयन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की फ्री कोचिंग दे रहा जामिया हमदर्द
पहली पाली में कई प्रश्न के माध्यम से अभ्यर्थियों की मानसिक और शैक्षिक दक्षता को जांचने की कोशिश परीक्षा के माध्यम की गई। जिसमें अभ्यर्थियों को देश की कृषि, मंहगाई, गरीबी, बेरोजगारी पर अपनी बात रखनी थी। सिविल सेवा की प्री परीक्षा में कई प्रश्न चर्चा में बने रहे। जिसमें से एक प्रश्न हाथी संरक्षण पर भी था।
जिसे केरल में हथिनी को बम खिलाकर मारने की घटना से भी जोड़कर देखा गया। इसके साथ वैश्विक वित्तीय संकट, आरबीआई द्वारा निवेश बढाने के प्रयास इत्यादि। यही पैटर्न विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भी देखने को मिला जिसमें ब्लाकचेन टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डीएन प्रोफाइलिंग पर आधारित प्रश्नों पर चर्चा रही।