यूपी टीईटी- 2021 का पेपर लीक होने के बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। एक महीने बाद यह परीक्षा दोबारा आयोजित की जाएगी। जानकारी के अनुसार अभ्यर्थियों को कोई फीस नहीं देनी होगी। वहीं परीक्षा केंद्रों से वापस लौट रहे अभ्यर्थियों को यूपी रोडवेज अभ्यर्थियों को मुफ्त यात्रा कराएगी। अभ्यर्थियों से कोई टिकट नहीं लिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार टीईटी की परीक्षा शुरू होने से पहले ही शामली जिले में पेपर लीक हो गया। परीक्षार्थी के हाथ में पेपर देखकर एसटीएफ भी हैरान रह गई। पेपर लीक करने वाले तीन आरोपी एसटीएफ मेरठ ने शामली से दबोच लिए।
एसटीएफ मेरठ सीओ बृजेश सिंह ने बताया कि उनकी टीम मेरठ जोन के सभी जिलों में लगी हुई थी। शामली जिले में एक मकान में अभ्यार्थियों को लीक हुए पेपर की कॉपी दी जा रही थी। इसी दौरान एसटीएफ ने छापा मार दिया। शामली के रहने वाले तीन लोगों को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। पेपर मथुरा से लीक होना बताया जा रहा है, हालांकि अभी तीनों लोगों से एसटीएफ पूछताछ करने में लगी हुई है।
मनीष उर्फ मोनू पुत्र देवेंद्र मालिक कोतवाली शामली, रवि पुत्र विनोद निवासी कांधला व धर्मेन्द्र पुत्र कुंवर पाल निवासी कोतवाली शामली को आज सुबह पेपर के साथ शामली से गिरफ्तार किया गया है। ये तीनों ही लोग अभ्यर्थियों को पेपर देने जा रहे थे। एसटीएफ आरोपियों से पूछताछ में जुटी हुई है।
पेपर लीक के चलते रद्द हुई UPTET परीक्षा, STF ने की ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां
बता दें कि आज जिले के विभिन्न केंद्रों पर टीईटी की परीक्षा आयोजित की गई थी, लेकिन पेपर शुरू होने से पहले मथुरा, गाजियाबाद, बुलंदशहर के व्हाट्सएप ग्रुप पर इसका पेपर वायरल हो गया। मामले की जानकारी लगते ही रविवार सुबह परीक्षा को रद्द कर दिया गया। इससे परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे अभ्यर्थियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। एसटीएफ मामले की जांच में जुटी है।
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि आज होने वाली UPTET 2021 की परीक्षा कथित पेपर लीक के कारण रद्द कर दी गई है। पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने दर्जनों संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जांच जारी है। यूपी सरकार एक महीने के भीतर दोबारा परीक्षा आयोजित कराएगी।