वाशिंगटन। अमेरिका के इंडियाना में महिला कैदी लिसा मॉन्टगोमरी को बुधवार को मौत की सजा दी गयी जो देश में 53 वर्ष बाद किसी महिला को मृत्युदंड दिये जाने का पहला मामला है।
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न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक मॉन्टगोमरी को जहर का इंजेक्शन देकर मौत की सजा दी गयी और अंतरराष्ट्रीय समयानुसार सुबह 06:31 बजे मृत घोषित कर दिया गया। वह 1953 के बाद से पहली महिला थी जिसे मृत्युदंड दिया गया।
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उसे 2004 में बॉबी जो स्टीनेट की हत्या के लिए मौत की सजा सुनायी गयी थी, जो उस समय आठ महीने की गर्भवती थी। इससे पहले एक संघीय न्यायाधीश ने उसके मृत्युदंड पर रोक लगा दी थी जिसे सुप्रीम कोर्ट ने पलट दिया जिसके कुछ समय बाद ही मॉन्टगोमरी को मृत्युदंड दे दिया गया।
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मॉन्टगोमरी की सजा के साथ ही जुलाई से अमेरिका में मौत की सजा दिये जाने वाले कैदियों की संख्या 11 हो गयी है लेकिन इनमें से वह इकलौती महिला कैदी थी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 17 साल के अंतराल के बाद जुलाई में मौत की सजा का प्रावधान फिर से शुरू किया था।