कोरोना का कहर झेल रहे अमेरिका की अर्थव्यवस्था को तगड़ी चोट पड़ी है। अप्रैल से जून की तिमाही में अमेरिका के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 33 फीसदी की भारी गिरावट आई है। यह एतिहासिक गिरावट के रूप मे सामने आ रही है।
इस दौरान अमेरिका में बेरोजगारी भी बढ़कर 14.7 फीसदी तक पहुंच गई। अमेरिका में वित्त वर्ष कैलेंडर वर्ष यानी जनवरी से दिसंबर तक के लिए होता है।
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कोरोना की वजह से अमेरिका में भी लॉकडाउन लगाया गया और बढ़ते संक्रमण की वजह से वहां कंपनियों, कारखानों का काम बंद करना पड़ा।
इसकी वजह से बड़ी संख्या में नौकरियों में छंटनी की गई। पिछले हफ्ते करीब 14 लाख अमेरिकियों ने बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन किया है। ये वे लोग हैं जिन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है। अमेरिका में यह लगातार 19वां हफ्ता है जब 10 लाख से ज्यादा लोगों ने बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन किया है। मार्च से पहले कभी भी यह आंकड़ा 7 लाख के पार नहीं हुआ था।
अमेरिका में 1947 से जीडीपी के आंकड़े जारी किए जा रहे हैं। इसके पहले साल 1958 में राष्ट्रपति आइजनहावर शासन के दौरान अमेरिका की अर्थव्यवस्था में करीब 10 फीसदी की गिरावट आई थी, जो इसके पहले का सबसे बुरे दौर का रिकॉर्ड है। इस साल जनवरी-मार्च तिमाही में अमेरिकी अर्थव्यवस्था में 5 फीसदी की गिरावट आई थी।
कोरोना संक्रमण के मामलों में अमेरिका दुनिया में पहले स्थान पर है और अब भी मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। वहां कोरोना के मामलों की संख्या 45 लाख को पार कर गई है।