वाशिंगटनः कोरोना वायरस से जंग के बीच अमेरिका से अच्छी खबर आई है। अमेरिकी कंपनी एस्ट्राजेनेका द्वारा तैयार की जा रही कोविड-19 की वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल फेज-3 में पहुंच चुका है। सबकुछ ठीक रहा तो इस अमेरिकी वैक्सीन से कोरोना को हराने में सफलता मिल सकती है।
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ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं और फाइजर के साथ मिलकर वैक्सीन तैयार कर रही एस्ट्राजेनेका ने कहा कि फेज-3 के ट्रायल में अमेरिका में लगभग 30 हजार वॉलंटियरों को शामिल किया गया है। कंपनी के बयान के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘यह बताते हुए मुझे खुशी हो रही है कि एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन फेज-3 के ट्रायल में पहुंच चुकी है। यह वैक्सीन उन वैक्सीनों की कतार में शामिल हो चुकी है जो बनने के काफी करीब हैं। जिसे लोग असंभव मान रहे थे, हमने वो अमेरिका में करके दिखाया
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अमेरिका में ट्रंप सरकार द्वारा वैक्सीन को जल्द से जल्द तैयार करने के प्रयासों में तेजी लाने के लिए ‘ऑपरेशन वार्प स्पीड’ चलाया जा रहा है। कंपनी ने कहा कि अमेरिकी आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण का समर्थन करने के लिए अक्टूबर तक वैक्सीन का डेटा तैयार हो सकता है। याद दिला दें कि राष्ट्रपति ट्रम्प ने पहले दावा किया था कि 3 नवंबर के चुनाव से पहले अमेरिका में वैक्सीन उपलब्ध होगी।एस्ट्राजेनेका ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं और फाइजर के साथ मिलकर वैक्सीन विकसित कर रही है।
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यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के प्रमुख स्टीफन हैन ने कहा था कि एजेंसी परीक्षण समाप्त होने से पहले वैक्सीन को आपातकालीन स्वीकृति दे सकती है, उन्होंने कहा, ‘हो सकता है यह उचित हो, हो सकता है यह अनुचित भी हो, हमें दृढ़ संकल्प लेना होगा।’ हैन ने कहा, ‘यह एक राजनीतिक निर्णय नहीं होगा।’ ‘यह विज्ञान, चिकित्सा, डेटा निर्णय से जुड़ा फैसला होगा। हैन ने कहा, ‘वैक्सीन का इमरजेंसी इस्तेमाल सभी के लिए नहीं होगा, इसका मतलब है कि यह केवल विशिष्ट, उच्च जोखिम वाले समूहों के लिए होगा