वाशिंगटन। अमेरिकी डाक सेवा ने राज्यों को आगाह किया है कि वह इस बात की गारंटी नहीं ले सकता कि नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में सभी डाक मतपत्र गणना के लिए वक्त पर पहुंच जाएंगे। इससे इस बात की आशंका बढ़ गई है कि लाखों मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। कई राज्यों के मतदाताओं और सांसदों ने शिकायत की कि कुछ स्थानों पर लगीं डाक पेटियों को हटाया जा रहा है।
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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बड़े पैमाने पर डाक के जरिए मतदान कराने के खिलाफ हैं। डाक घर कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए अभूतपूर्व संख्या में डाक के जरिए मतदान की तैयारी कर रहा है। राज्यों को भेजे गए पत्रों से इस बात की आशंका पैदा हुई है कि कई अमेरिकी जो डाक के जरिए मतदान करने के पात्र हैं, उन्हें इसमें गिना नहीं जाएगा।
हालांकि डाकपाल लुइस डेजॉय ने डेमोक्रेटिक सांसदों को लिखे पत्र में स्पष्ट किया है कि ऐसा करने की मंशा नहीं है। उन्होंने लिखा,‘‘डाकघर निर्वाचित अधिकारियों और मतदाताओं से केवल इतना समझने को कह रहा है कि मतदाताओं को डाक के जरिए मतदान के वास्ते पर्याप्त वक्त देने के लिए वे यह समझें कि किस प्रकार से डाक विभाग काम करता है और हमारे आपूर्ति मानकों को वे ध्यान में रखें।’’
इस बीच दोनों पार्टियों के नेताओं ने कई स्थानों से डाक पेटियों को हटाए जाने पर चिंता व्यक्त की है। मिशिगन और पेंसिल्वेनिया सहित एक दर्जन से अधिक राज्यों में अधिकारियों ने शुक्रवार को पुष्टि की कि उन्हें चेतावनी पत्र मिले हैं।
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डेमोक्रेटिक वर्जीनिया के गवर्नर राल्फ नॉर्थम ने एक बयान में कहा, ‘‘यह बेहद परेशान करने वाला कदम है जो ट्रम्प प्रशासन द्वारा मतदाताओं के दमन का एक तरीका बन कर सामने आया है। मैं यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हूं कि वर्जीनिया के सभी लोग मतपेटियों तक पहुंच सकें। मैं सुरक्षित चुनाव सुनिश्चित करने के लिए राज्य और संघीय सांसदों के साथ काम करना जारी रखूंगा।’’