वाशिंगटन। बेरूत में मंगलवार शाम हुए भीषण बम धमाके में अब तक 78 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। लेबनान ने बम धमाके की वजह को पोर्ट के पास एक जहाज में इकठ्ठा करके रखा हुआ 2,750 टन अमोनियम नाइट्रेट में लगी आग को बताया है। उधर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ये कहकर सबको चौंका दिया है कि बेरूत में हुआ धमाका एक ‘अटैक’ जैसा नज़र आता है और अमेरिकी सेना के जनरल ने उन्हें बताया है कि ये किसी तरह के बम से ही अंजाम दिया गया है।
VIDEO: US President Donald Trump says the Beirut blast 'looks like a terrible attack' during a press conference at the White House.
Asked about Trump's remarks, a Pentagon spokesman told @AFP "you will have to reach out to the White House for clarification" pic.twitter.com/xlWXoUlZdh
— AFP News Agency (@AFP) August 5, 2020
व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से बातचीत में ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी सेना के कई जनरल ने मुझे बताया है कि बेरूत का धमाका किसी तरह के बम से अंजाम दिया गया है, लेबनान ने इसे हमला नहीं बताया है, लेकिन ये नज़र ऐसा ही आ रहा है। ट्रंप ने आगे कहा कि ये किसी भी तरह से देखा जाए दुनिया के लिए एक नुकसान और जैसा ही है।
ट्रंप ने दावा किया कि ये एक बेहद घातक हमले की तरह नज़र आ रहा है। उन्होंने कहा कि ये कोई मैन्यूफैक्चरिंग के लिए इकठ्ठा सामान में हुए धमाके की तरह नज़र नहीं आ रहा है। उन्हें (लेबनान) इस घटना की झमले और बम धमाके के एंगल से भी जांच करनी चाहिए। उधर पेंटागन ने ट्रंप के बयान से जुड़े न्यूज़ एजेंसी AFP के सवाल के जवाब में इस दावे को सपोर्ट करने से इंकार करते हुए कहा कि आपको व्हाइट हाउस से ही उनके इस दावे की सच्चाई जाननी चाहिए। पेंटागन ने कहा है कि ट्रंप की इस बात पर सफाई सिर्फ व्हाइट हाउस ही दे सकता है।
बता दें कि राष्ट्रपति माइकल इयोन ने ट्वीट कर कहा है कि यह बिल्कुल अस्वीकार्य है कि 2,750 टन विस्फोटक नाइट्रेट असुरक्षित तरीक़े से स्टोर कर रखा गया था। धमाका कैसे हुआ इसकी जांच अभी जारी है। लेबनान के प्रधानमंत्री हसन दिएब ने भी कहा है कि यह विस्फोट 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट से हुआ था। धमाका इतना तेज था कि आस-पास सब तरफ आग लग गई, कारें पलट गईं और लोगों के घरों में खिड़की-दरवाजों के शीशे टूट गए।
लेबनान के सामान्य सुरक्षा के प्रमुख अब्बास इब्राहिम ने कहा कि हो सकता है कि धमाका अत्यधिक विस्फोटक सामग्री से हुआ हो, जिसे कुछ समय पहले एक जहाज से जब्त किया गया था और बंदरगाह पर रखा गया था। ये धमाका इतना भीषण था कि 10 किलोमीटर के दायरे में मौजूद घरों को नुकसान पहुंचा है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाके से कारें तीन मंजिल तक उछल गईं और पास मौजूद कई बिल्डिंग्स एक पल में धराशायी हो गईं। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि अभी कम से कम 73 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और क़रीब 4000 लोग ज़ख़्मी हुए हैं।