मेकअप चेहरे को और ही खूबसूरत बना देता है। वहीं अगर एक मेकअप को ठीक ढंग से न किया जाएं तो चेहरा भद्दा नजर आने लगता है। आज हम कलर करेक्टर (Colour Corrector) के बारे में बताने जा रहे है। मिनिमल मेकअप लुक (Makeup) के लिए यह बेहतरीन प्रोडक्ट है।
इसे इस्तेमाल करके चेहरे पर ग्लो के लिए किया जाता है। क्या आपने कभी ऐसे शेड्स का इस्तेमाल किया है, जो आपके फांउडेशन और कंसीलर को लगाने के लिए आपकी स्किन टोन से सटीक रुप से मेल खाते हो। आप चाहे तो ऑरेंज कलर का करेक्टर (Colour Corrector) इस्तेमाल कर सकती हैं।
कई बार चेहरे पर हरे या लाल रंग के पिंगमेंट लगाने से चेहरा डरावना नजर आ सकता है। कलर करेक्टर एक ऐसा प्रोडक्ट है जिसका यूज स्किन में मौजूद एक्ने, ब्लेमिश, डार्क सर्कल्स को कवर करने में मदद करता है।
डल कॉम्प्लैक्स को नेचुरल लुकिंग बनाने में हेल्प करता है। कलर करेक्टर ( color corrector) अपनी स्किन की टोन के अनुसार नहीं चुन सकती हैं। इसके बजाय करेक्टर का चयन करते समय कुछ बातों का ध्यान रखने की जरुरत होती है।
लाइट या मीडिया स्किन टोन के लिए एक नीले, भूरे रंग या फिर गहरे रंग टोन के लिए ऑरेंज कलर करेक्टर (orange color corrector) का यूज कर सकती हैं। ऑरेंज कलर करेक्टर फेस के नीले धब्बों को सुधारने के काम आता है।
ऑरेंज, रेड और पीच कलर करेक्टर से पिंगमेंटेश को छिपाया जा सकता है। जबकि डस्की स्किन टोन वालों के लिए ऑरेंज कलर करेक्टर (orange color corrector) बेहतर होता है। इससे स्किन पैची नहीं लगती है और ध्यान रहे ऑरेंज करेक्टर के ऊपर फूल कवरेज फाउंडेशन का इस्तेमाल करना चाहिए।