कोरोना वैक्सीन को लेकर बयानबाजी का दौर जारी है। सपा मुखिया अखिलेश यादव के बाद अब खुद शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद ने भी कोरोना वैक्सीन पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ‘जब वैक्सीन पर पूरा विश्वास हो जाए, तभी इसका प्रयोग करें, अन्यथा नहीं।’ बता दें कि कोरोना महामारी के बीच देश में ‘कोविशील्ड’ और ‘कोवैक्सीन’ के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है।
दरअसल, आज ज्योतिष पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती साधु-संतों के साथ वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे थे। यहां मीडिया ने राजनीतिक पार्टियों की ओर से वैक्सीन पर दिए बयान के बारे में उनकी राय पूछी। जिस पर उन्होंने दो टूक कहा कि ‘जब वैक्सीन पर पूरा विश्वास हो जाए तभी प्रयोग करें, अन्यथा नहीं। विचार करके ही वैक्सीन का प्रयोग करें।’ वहीं लोगों में विश्वास जगाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ‘आवश्यकता पड़ने पर सरकार से संपर्क बना सकते हैं।’
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गौरतलब है कि अब तक कुछ राजनीतिक पार्टियों के लोग ही कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल पर सवाल उठा रहे थे, लेकिन अब खुद शंकराचार्य ने भी कोरोना वैक्सीन के प्रयोग पर सवाल खड़ा कर चर्चा को और तेज कर दिया है। मालूम हो कि ड्रग कंटोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने भारत में कोरोना वायरस की दो वैक्सीन (कोविशील्ड-कोवैक्सीन) के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिलने के बाद एक तरफ पीएम मोदी ने इसे गौरवशाली बताया है, तो दूसरी तरफ WHO ने भारत के इस फैसले की तारीफ की है।