उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने साढ़े चार साल के कार्यकाल में विकास की नई इबारत लिखी है और चारो तरफ तरक्की और खुशहाली की बयार बह रही है।
श्री शर्मा आज यहां ज़िले के पयागपुर स्थित कौशलेन्द्र बिक्रम इण्टर कालेज के हीरक जयन्ती समारोह के अवसर पर आयोजित जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अपने साढ़े चार साल में बगैर भेदभाव सभी के हित के लिए काम किया। उन्होंने कहा कि युवाओं के अरमानों को नए पंख मिले हैं ,तो किसान की आमदनी दोगुनी होने की कवायद अपने लक्ष्य की ओर बढ़ चली है। पिछली सरकारों के समय में लडखडाने वाला उत्तर प्रदेश आज विकास की दौड में सबसे आगे चल रहा है और देश के अन्य राज्यों को भी राह दिखा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में आया क्रान्तिकारी बदलाव देश को विश्व गुरु बनाने में अहम भूमिका अदा करेगा। शिक्षा क्षेत्र की तस्वीर ही बदल गई है। नकलविहीन परीक्षा और आजादी के बाद पहली बार बदले गये पाठ्यक्रम ने प्रयागराज बोर्ड की गरिमा बहाल की है। अब प्रदेश के विद्यार्थी भी अन्य बोर्ड के विद्यार्थियों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकेंगे। नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में भी यूपी सबसे आगे हैं। आज यूपी की शिक्षा व्यवस्था फिर से ए ग्रेड में रखी जा रही है तथा ज्ञान और संस्कार के मूल तत्व इसमें वापस आ चुके हैं।
श्री शर्मा ने कहा कि पिछली सरकारों के समय में गुंडे और माफियाओं के नाम से जाना जाने वाला यूपी आज अपराध और अपराधियों से मुक्त हो चुका है। अपराधियों की 1800 करोड़ से अधिक की सम्पत्ति को जब्त व ध्वस्त किया गया है। प्रदेश में साढ़े चार में एक भी साम्प्रदायिक दंगा नहीं हुआ है जबकि इसके पहले की सरकार के समय अनेक दंगे हुए।
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उन्होंने कहाकि पिछली सरकारों के समय के भय, भ्रष्टाचार और अराजकता के माहौल की जगह अब सुशासन और विकास ने ले ली है। अपराध के सफाए ने प्रदेश के विकास की जो जमीन तैयार की है और उस पर निवेश की फसल लहलहाने लगी है। उत्तर प्रदेश के इतिहास में पहली बार करीब साढ़े चार लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव आए है जिनमें से तीन लाख करोड़ के प्रस्तावों पर कार्य आरंभ हो चुका है। ये नए भारत का नया उत्तर प्रदेश है जो आत्म निर्भरता की ओर अग्रसर है। कोविड काल में भी प्रदेश में 56 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव आए है। प्रदेश में आने वाला यह निवेश युवाओं किसानों महिलाओं व आमजन के सपनों को साकार करने में मददगार होगा।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश देश की दूसरी सबसे बडी अर्थव्यवस्था बन चुका है। चार वर्ष में ही 11 लाख करोड़ रुपये की अर्थव्यवस्था 22 लाख करोड़ रुपये की अर्थव्यवस्था बन गयी है। सूबे में प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हो गई है। विकास आज प्रदेश के हर कोने में देखने को मिलेगा। एक्सप्रेस वे यूपी की पहचान बन रहे हैं तथा आर्थिक प्रगति में सहायक हो रहे हैं। कभी हर क्षेत्र में फिसड्डी रहने वाला यूपी आज लगभग 44 योजनाओं में अव्वल नम्बर पर है। आज पीएम किसान योजना हो, स्वच्छ भारत मिशन हो, उज्ज्वला, फसल सिंचाई अथवा फसल बीमा योजना हो उत्तर प्रदेश सभी में शीर्ष स्थान पर है।
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डॉ. शर्मा ने कहा कि गेहूं और धान खरीद में रिकॉर्ड बनाया गया है तथा सीधा लाभ किसानों को मिला। यही नहीं 24 करोड़ जनता के हित सुरक्षित रखने के लिए तकनीक के प्रयोग से भ्रष्टाचार भी समाप्त किया गया। करीब 36400 करोड़ की लागत से देश का सबसे बडा गंगा एक्सप्रेस वे सूबे में बनने जा रहा है। इसके बनने के बाद करीब 20 हजार लोगों के लिए रोजगार सृजन की संभावना है। युवाओं को रोजगार सरकार की प्राथमिकता है। सरकार का लक्ष्य अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार से जोडक़र प्रदेश को उन्नति प्रदान करना है। नए उत्तर प्रदेश में चार साल में साढे चार लाख युवाओं को ईमानदारी से सरकारी नौकरी दी गई है। आज केवल मेरिट और मेधा का सम्मान है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बदले हुए उत्तर प्रदेश को संवारने में प्रधानमंत्री का मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कड़ी मेहनत शामिल है। प्रदेश में शिक्षा, स्वास्थ्य, सडक बिजली पानी सहित हर क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हुआ है। केन्द्रीय सहायतार्थ योजनाओं में वर्ष 2012-17 के मुकाबले वर्ष 2017-21 तक लगभग दोगुनी सहायता प्राप्त हुई। विगत साढ़े चार वर्षों में 02 लाख करोड़ रुपए से अधिक की केन्द्रीय सहायता प्राप्त हो चुकी है। इसका परिणाम यह रहा कि प्रदेश में बड़ी संख्या में लोगों को इन योजनाओं का लाभ मिला है।