लखनऊ। ‘विश्व विजयी तिरंगा प्यारा, झंडा ऊंचा रहे हमारा…’ के रचनाकार श्यामलाल गुप्ता पार्षद की आत्मा आज भाव विभोर हो रही होगी जब समूचे उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में स्मारकों,घरों और सरकारी इमारतों में लहराता तिरंगा भारत की आन, बान और शान के प्रतीक चिन्ह के रूप में दुनिया को अनूठा संदेश दे रहा है।
75वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर प्रदेश के गांव शहरों में आजादी के जश्न को लेकर उत्साह का समंदर हिलोंरे मारता दिखायी पड़ रहा है। इस दौरान तिरंगा यात्रायें देश भक्ति की भावना को परवान चढ़ाने के लिये उत्प्रेरक का काम कर रही हैं। हर कोई अपने घर में तिरंगा फहराने को लेकर उत्सुक दिखायी दे रहा है। घर घर में तिरंगा, वाहनो में तिरंगा, सरकारी प्रतिष्ठानों में तिरंगा और ऐतिहासिक स्मारकों में लहराते तिरंगे ने मानो समूचे देश को एक सूत्र में पिरो दिया है।
लखनऊ विधानसभा, लोकभवन, बापू भवन, जवाहर भवन, शक्ति भवन और इंदिरा भवन समेत अधिसंख्य सरकारी इमारतों को तीन रंगों की झालरों से सजाया गया है जबकि उनकी प्राचीर पर लहराता तिरंगा अदभुद छटा बिखेर रहा है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने आगरा के कई स्मारकों पर तिरंगा लाइटिंग की है। आगरा के सिकंदरा, फतेहपुर सीकरी, आगरा किला, एत्मादउद्दौला, यमुनापार के चीनी का रोजा और बल्केश्वर स्थित जसवंत सिंह की छतरी स्मारकों को तिरंगा रोशनी से रोशन किया गया है।
पुरातत्वविद डॉ. राजकुमार पटेल ने बताया कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने भी आजादी के अमृत महोत्सव को खास बनाने के लिए विशेष तैयारी की है। आगरा में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा 5 स्थानों पर 50 फीट ऊंचा तिरंगा लगाया जा रहा है। आगरा किला के अमर सिंह गेट से सटे बगीचे में और फतेहपुर सीकरी पर 50 फीट ऊंचा तिरंगा लगाया जा चुका है जबकि अन्य चार स्मारकों पर तिरंगा लगाने की तैयारियां तेजी से चल रही है। आगरा किला और फतेहपुर सीकरी के अलावा सिकंदरा स्थित अकबर के मकबरे पर रामबाग परिसर और ताजमहल के पास में स्थित सीआईएसएफ बैरक होना में 50 फीट ऊंचा तिरंगा लगाया जाएगा। यह काम 30 अगस्त तक पूरा कर लिया जाएगा।
आगरा किला और फतेहपुर सीकरी में 50 फुट ऊंचे झंडे का विधिवत उद्घाटन 15 अगस्त को किया जाएगा। फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के साथ मिलकर यह तिरंगा लगाया है।
प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की गवाह कानपुर में ऐतिहासिक एवं पौराणिक नगरी बिठूर में संग्रहालय और किले समेत अन्य धरोहरों को विशेष रूप से सजाया गया है। इसके अलावा जेके मंदिर में तीन रंगों के फव्वारे राष्ट्र धर्म के सर्वोपरि होने का बोध करा रहे हैं।
मेरठ,इटावा,प्रयागराज और वाराणसी समेत प्रदेश के अधिसंख्य इलाकों में आजादी के अमृत महोत्सव को मनाने के खास इंतजाम किये गये हैं।