नैनीताल । उत्तराखंड के सितारगंज स्थित सम्पूर्णानंद सेंट्रल जेल में गुरूवार को 73 बंदी कोरोना पॉजिटिव पाए गए है।जिसके बाद जिला प्रशासन व स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा गया है।
बंदियों के उपचार के संबंध में स्वास्थ्य महकमा अभी अंतिम निर्णय नहीं ले पाया है। ऊधमसिंह नगर की जिलाधिकारी (डीएम) रंजना राजगुरू ने बताया कि 73 सजायाफ्ता बंदियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। उनके सैम्पल तीन दिन पहले जांच के लिये भेजे गये थे। सेंट्रल जेल में यह पहली बार है जब कोरोना के इतने अधिक मामले सजायाफ्ता बंदियों में सामने आये हैं। इससे पहले भी 31 मई को पांच बंदियों में कोरोना की पुष्टि हुई थी।
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जेल अधीक्षक दधी राम मौर्य ने बताया कि सेंट्रल जेल में लगभग 700 से अधिक सजायाफ्ता बंदी व 113 कर्मचारी मौजूद हैं। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य महकमे के द्वारा बंदियों की सुरक्षा के मामले में काफी एहतियात बरता जा रहा है। सभी बंदियों व कर्मचारियों की पूरे कोरोना काल में दो-दो बार जांच की जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि हाल ही में जेल में बंद कुछ बंदियों में बुखार के लक्षण पाये गये और इसी को ध्यान में रखकर स्वास्थ्य महकमे की ओर से तीन दिन पहले 112 बंदियों के कोरोना नमूने जांच के लिये भेजे गये। इनमें से आज 73 में कोरोना की पुष्टि हुई है। यह बड़ी संख्या है।
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डीएम राजगुरू ने बताया कि बंदियों की समुचित जांच के संदर्भ में मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दे दिये गये हैं कि वे बंदियों वे जांच कर बंदियों के उपचार के संदर्भ में आवश्यक कदम उठायें। उन्होंने कहा कि रूद्रपुर में तीन सौ बिस्तरों वाला कोविड अस्पताल संचालित हो गया है। आवश्यकता पड़ने पर गंभीर संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती कराया जा सकेगा।
गौरतलब है कि इससे पहले नैनीताल स्थित जेल में भी विगत 12 सितम्बर को 56 कैदियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। सभी को जेल में आइसोलेट कर दिया गया था। जेल में अन्य कैदियों की आवाजाही पर रोक लगा दी गयी थी।