उत्तराखंड राजभवन में 13 और 14 मार्च को बसंतोत्सव का आयोजन किया जाएगा। पुष्प प्रदर्शनी में उत्तराखंड की विशिष्ट वनस्पति-जैव प्रजाति पर पोस्टल कवर भी जारी होगा। आम लोग भी प्रदर्शनी में शामिल हो सकेंगे।
गुरुवार को राज्यपाल बेबीरानी मौर्य की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में इस साल पुष्प प्रदर्शनी वसंतोत्सव आयोजन करने का निर्णय लिया गया। पिछले साल कोविड के कारण अंतिम समय में आयोजन स्थगित कर दिया गया था। राज्यपाल ने पुष्प प्रदर्शनी में बच्चों के लिए दो घंटे आरक्षित करने के निर्देश दिए, इस दौरान गरीब और वंचित वर्ग के बच्चों को विशेष रूप से आमंत्रित किया जाएगा। राज्यपाल ने कहा कि प्रदर्शनी में इंडोर प्लांट, हर्बल और एरोमैटिक प्लांट की नई कैटेगरी भी प्रदर्शित की जाय।
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महत्वपूर्ण पौधों-जड़ी बूटियों का विवरण और उनका उपयोग भी डिस्प्ले पर रखा जाए। कोविड-19 से जुड़ी सभी सावधानियां बरती जाएंगी। प्रवेश द्वार पर थर्मल स्कैनिंग, सेनेटाइजर एवं मास्क की पूरी सुविधा रहेगी। रेडक्रॉस स्वयंसेवक सोशल डिस्टेस का पालन कराएंगे।
आयोजन में संस्कृति विभाग की टीमें भी प्रस्तुतिकरण देंगी। तय किया गया कि जरबेरा, कारनेशन, ग्लैडियलस, अगापैन्थस, आर्किड, मैरीगोल्ड, लिली जैसे पुष्प प्रमुखता से प्रदर्शित होंगे। प्रतियोगिता श्रेणी में कट फ्लावर, पॉटेड प्लांट, लूज फ्लॉवर, हैंगिंग पॉट, ऑन स्पॉट फोटोग्राफी, फ्रेश पीटल रंगोली, बच्चों के लिये चित्रकला प्रतियोगिता भी आयोजित होगी।
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बैठक में सचिव उद्यान हरबंश चुघ, अपर सचिव राज्यपाल जितेन्द्र सोनकर, निदेशक उद्यान डॉ. एचएस बावेजा भी उपस्थित हुए।