शाही स्नान के दिनों हरकी पैड़ी पर जूते या चप्पल पहनकर किसी भी श्रद्धालुओं को नहीं आने दिया जाएगा। 5 दिनों तक जूते-चप्पल पहनकर हरकी पैड़ी पर नो एंट्री रहेगी। 10 अप्रैल से 14 अप्रैल तक यह व्यवस्था रहेगी। श्रीगंगा सभा ने भी इस पर अपनी सहमति दी है। 5 दिनों तक हरकी पैड़ी का जूता स्टाल भी बंद करने की प्लानिंग है। इसके लिए कई टीमों का गठन किया गया जा चुका है। 12 और 14 अप्रैल को हरिद्वार में होने वाले शाही स्नान की तैयारियां की जा रही हैं।
10 अप्रैल से स्नान की व्यवस्थाओं को लागू कर दिया जाएगा। पहली बार निर्णय लिया गया है कि हरकी पैड़ी आने वाले यात्री जूते न पहनकर आए। इसके लिए होटल, धर्मशालाओं वालों को भी आदेशित किया जा रहा है कि वह अपने होटल और धर्मशालाओं में ही जूते उतारकर हरकी पैड़ी पहुंचे।
12 और 14 अप्रैल को तो किसी भी यात्री को हरकी पैड़ी नहीं आने दिया जाएगा। लेकिन अन्य दिनों कोई रोकटोक नहीं रहेगी। ऐसे में श्रीगंगा सभा के पदाधिकारियों से बातचीत कर सहमति बनाई गई है कि 5 दिनों तक किसी भी यात्री को जूते पहनकर हरकी पैड़ी नहीं आने दिया जाएगा।
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आसपास के होटलों से आने वाले यात्रियों को होटलों में जूते उतरवाए जाएंगे। जबकि उत्तरी हरिद्वार से आने वाले यात्रियों को भीमगोड़ा से आगे जूते पहनकर नहीं आने दिया जाएगा। अपर रोड की ओर से आने वाले यात्रियों को कोतवाली नगर के पास पुलिस बैरियर पर जूते उतरवाए जाएंगे। कनखल की ओर से आने वाले यात्रियों के शंकराचार्य चौक के पास जूते उतरवाने की प्लानिंग है।
यात्रियों को जूते अपने बैग में ही रखने होंगे। इसके लिए कई टीमों का पहले ही गठन किया जा चुका है। बैरियर पर ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को भी दिशा निर्देश जारी कर दिए गए है। आईजी कुंभ संजय गुंज्याल ने बताया कि श्रीगंगा सभा से बातचीत कर निर्णय लिया गया है। पुलिस सभी से अपील भी करेंगी कि जूते या फिर चप्पल पहनकर हरकी पैड़ी की ओर न आएं।