देहरादून। उत्तराखंड में नवगठित तीरथ सिंह रावत के मुख्यमंत्रित्व वाली मंत्रिमंडल (कैबिनेट) के सदस्यों को मंगलवार को पदों का वितरण (पोर्टफोलियो) कर दिया गया। अधिकांश मंत्रियों को उनके पूर्व विभागों का दायित्व सौंपा गया है।
मुख्य सचिव ओमप्रकाश द्वारा पोर्टफोलियो सम्बन्धी आदेश के अनुसार, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के पास कुल 20 विभागों का दायित्व है। इनमें गृह, गोपन, कार्मिक, सतर्कता, विधि एवं न्याय सचिवालय प्रशासन, सुराज, भ्रष्टाचार उन्मूलन एवं जनसेवा, लोक शिकायत, राज्य संपत्ति, लोक निर्माण, ग्राम्य विकास, सूचना, ग्रामीण निर्माण विभाग, ग्रामीण सड़कें एवं ड्रेनेज, नागरिक उड्डयन, ऊर्जा, वैकल्पिक ऊर्जा, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, आपदा प्रबंधन, राजस्व एवं भू-प्रबंधन, सैनिक कल्याण, अर्द्घ सैनिक कल्याण, तकनीकी शिक्षा, वाह्य सहायतित परियोजना, कारागार, नागरिक सुरक्षा एवं होमगार्ड, पर्वतीय ग्रामों में चकबंदी, औद्योगिक विकास, लघु, मध्यम एवं सूक्ष्म उद्योग, खादी ग्रामोद्योग, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, खाद्य प्रसंस्करण, सूचना प्रौद्योगिकी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी विभाग शामिल हैं।
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज पूर्ववत सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण, लघु सिंचाई, जलागम प्रबंधन, भारत नेपाल उत्तराखंड नदी परियोजना, पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मस्व विभागों की जिम्मेवारी सम्भालेंगे। हरक सिंह रावत भी पूर्ववत वन एवं वन्य जीव, पर्यावरण , श्रम, सेवायोजन, प्रशिक्षण, आयुष और आयुष शिक्षा के मंत्री होंगे।
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कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य परिवहन, समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, छात्र कल्याण और निर्वाचन के मंत्री होंगे। इसी तरह, मंत्री अरविंद पांडे विद्यालयी शिक्षा, संस्कृत शिक्षा, खेल, युवा कल्याण, पंचायती राज का दायित्व सम्भालेंगे। श्री पांडेय त्रिवेंद्र सिंह रावत के मुख्यमंत्रित्व काल में भी इन्हीं विभागों का कार्य देख रहे थे।
कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल भी पूर्ववत कृषि, कृषि विपणन, कृषि प्रसंस्करण, कृषि शिक्षा, उद्यान एवं फलोद्योग, रेशम विकास के मंत्री होंगे। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पद से त्यागपत्र देकर मंत्री बनाये गये बंशीधर भगत संसदीय कार्य, विधायी, भाषा, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले, शहरी विकास आवास, सूचना एवं विज्ञान प्रौद्योगिक मंत्री होंगे। जबकि पहले बार मंत्री बने गणेश जोशी पर सैनिक कल्याण ,औद्योगिक विकास ,लघु सूक्ष्म और मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग का दायित्व रहेगा।
काफी मशक्कत के बाद मंत्री बने बिशन सिंह चुफाल पर पेयजल, वर्षा, जल संग्रह, ग्रामीण निर्माण, जनगणना का दायित्व रहेगा। राज्यमंत्री रेखा आर्य भी पूर्ववत महिला कल्याण एवं बाल विकास, पशुपालन, भेड़ एवं बकरी पालन, मत्स्य विकास और धन सिंह रावत पर भी पूर्व में रहा सहकारिता, उच्च शिक्षा, दुग्ध विकास, प्रोटोकॉल, विभागों का दायित्व रहेगा। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को हराने वाले और पहली बार राज्यमंत्री बने स्वामी यतीश्वरानंद को भाषा, पुनर्गठन गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग दिया गया है।