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दिवाली बाद शुरू हो जाएगा 5 साल से अधिक बच्चों का वैक्सीनेशन, फाइजर को मिली मंजूरी

vaccine for children

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अमेरिका में 5 साल से अधिक बच्चों को कोरोना के खिलाफ फाइजर वैक्सीन लगाने को मंजूरी मिल गई है। अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को बच्चों को फाइजर वैक्सीन डोज लगाने की मंजूरी दे दी है। इसे अमेरिका के वैक्सीनेशन अभियान में अहम कदम माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि अमेरिका में 8 नवंबर से बच्चों में कोरोना की वैक्सीन लगने लगेगी। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इसे टर्निंग पॉइंट करार दिया।

अमेरिकी खाद्य और ओषधि प्रशासन से मंजूरी मिलने के बाद सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन ने भी मंजूरी दे दी थी। ऐसे में अब सरकार से अनुमति मिलने के बाद अमेरिका में 2।8 करोड़ बच्चों को वैक्सीन लगने का रास्ता साफ हो गया है। हालांकि, सरकार ने इस फैसले से पहले ही 5-11 साल के बच्चों के लिए पर्याप्त वैक्सीन डोज खरीदकर उन्हें देश भर में भेजना शुरू कर दिया है।

क्या कहा बाइडेन ने ?

व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, बाइडेन ने कहा, आज, हम कोरोना के खिलाफ अपनी लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच गए हैं। बच्चों में वैक्सीनेशन को लेकर आस लगाए बैठे अभिभावकों का इंतजार खत्म होगा। यह बच्चों से दूसरों में वायरस फैलने की आशंका को भी कम करेगा। यह कोरोना वायरस को हराने की हमारी लड़ाई में हमारे देश के लिए एक बड़ा कदम है।

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8 नवंबर से शुरू होगा वैक्सीनेशन

बाइडेन ने कहा, सरकार ने पहले ही अमेरिका में हर बच्चे के लिए पर्याप्त कोरोना वैक्सीन ले ली है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने लाखों खुराक की पैकिंग और शिपिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उन्होंने कहा, कार्यक्रम आने वाले दिनों में तेज हो जाएगा, और 8 नवंबर से यह पूरी तरह से शुरू हो जाएगा।

बताया जा रहा है कि बच्चों को तीन हफ्तों के अंतराल में वैक्सीन की दो डोज दी जाएंगी। हालांकि, वयस्कों को दी जाने वाली वैक्सीन डोज (30 माइक्रोग्राम) की तुलना में बच्चों को प्रति इंजेक्शन 10 माइक्रोग्राम वैक्सीन लगाई जाएगी।

बच्चों में मिली एंटीबॉडी

फाइजर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉक्टर बिल ग्रुबर ने बताया था कि दूसरी डोज के बाद पांच से 11 साल के बच्चों में भी किशोर और युवाओं की ही तरह कोरोना से लड़ने वाली एंटीबॉडी विकसित हुई। उन्होंने दावा किया कि वैक्सीन की डोज बच्चों में सुरक्षित साबित हुई। हमें लगता है कि हम वास्तव में अच्छे स्थान पर पहुंच गए हैं।

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