उत्तर प्रदेश में जहां एक ओर कोरोना का संक्रमण कम हो रहा वहीं यहां सबसे अधिक कोविड वैक्सीनेशन का टीकाकरण किया गया है।
राज्य के सूचना विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने आज यहां लोक भवन में संवाददाताओं को यह जानकारी द। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों में प्रदेश सरकार के कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने की कार्ययोजना कारगर सिद्ध हो रही है। प्रदेश में सर्विलांस का नया प्रयोग कर प्रत्येक परिवार तक पहुंच कर उनका हालचाल लेते हुए कोविड संक्रमण की जानकारी ली जा रही है।
उन्होंने बताया कि अब तक 2.83 करोड़ से अधिक कोविड-19 के टेस्ट तथा 15.26 करोड़ से अधिक व्यक्तियों से सम्पर्क कर कोविड संक्रमण की जानकारी ली गयी है। सर्विलांस अभियान के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ जनसंख्या में से लगभग 18 करोड़ से अधिक लोगों तक सरकारी मशीनरी ने पहुंचकर हालचाल जाना गया है। टेस्ट की संख्या में कमी न करते हुए लगातार एक लाख से ऊपर की जा रही है।
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श्री सहगल ने बताया कि देश में सबसे अधिक उत्तर प्रदेश में कोविड वैक्सीन का टीकाकरण किया गया है। इसी क्रम में आज 1580 से अधिक स्थानों पर 79,047 स्वास्थ्य कर्मियों काे टीका लगाया गया जबकि कल पांच फरवरी को छूटे हुए स्वास्थ्य कर्मी तथा फ्रंट लाइन कर्मियों को भी वैक्सीन लगाई जायेगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सबसे अधिक कोविड टीकाकरण करने वाला प्रदेश है।
उन्होंने बताया कि संक्रमण कम होने से औद्योगिक गतिविधियां तेजी से सामान्य हो रही हैं। प्रदेश में 90 लाख से अधिक एमएसएमई कार्यरत है। प्रदेश में सूक्ष्म, लघु, मध्यम व वृहद श्रेणी की 8.18 लाख इकाइयाॅ क्रियाशील है, जिनमें 52 लाख श्रमिक कार्यरत हैं। प्रदेश में पुरानी इकाइयों को कार्यशील पूंजी की समस्या से निजात दिलाने के लिए बैंकों से समन्वय करके आत्मनिर्भर पैकेज में 4.38 लाख इकाइयों को 11,944 करोड़ रूपये के ऋण बैंकों से समन्वय स्थापित कर स्वीेकृत करते हुए वितरित किये गये हैं।
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अपर मुख्य सचिव ने बताया कि बैंकों से समन्वय करके प्रदेश में अभी तक 8.49 लाख नई एमएसएमई इकाइयों को लगभग 29,160 करोड़ रूपये बैंकों द्वारा ऋण वितरित किये गये हैं। इस प्रकार 13 लाख से अधिक एमएसएमई इकाइयों को बैंकों द्वारा लगभग 41,000 करोड़ रूपये का ऋण उपलब्ध कराया गया है। इन एमएसएमई इकाइयों के माध्यम से लगभग 27 लाख से अधिक लोगाें को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये गये हैं।