• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

तीन शुभ योगों में मनाई जाएगी वरुथिनी एकादशी, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त

Writer D by Writer D
26/04/2024
in धर्म, Main Slider, फैशन/शैली
0
Varuthini Ekadashi

Varuthini Ekadashi

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

हिंदू धर्म में एकादशी पर्व का विशेष महत्व है। ऐसे में वैशाख माह के कृष्ण पक्ष में वरुथिनी एकादशी मनाई जाती है, जो इस साल 4 मई को है। पौराणिक मान्यता है कि वरुथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi) की धार्मिक महत्व खुद भगवान कृष्ण अर्जुन को बताया था। इस व्रत को यदि विधि-विधान से किया जाता है तो जातक को सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

इसलिए किया जाता है एकादशी व्रत

वरुथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi) वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को कहते हैं। इस व्रत को करने से भगवान विष्णु के सभी अवतार प्रसन्न होते हैं। पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, इस व्रत को करने से व्रती को जीवन में कभी धन की कमी नहीं होती है। कर्ज से मुक्ति मिलती है और परिवार में संपन्नता आती है।

वरुथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi) का पूजा मुहूर्त

वरुथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi) तिथि का आरंभ 3 मई की रात 11.24 बजे होगा और इस तिथि का समापन 4 मई को 8.38 बजे पर होगा। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा के लिए शुभ समय सुबह 07.18 बजे से सुबह 08.58 बजे तक रहेगा। हिंदू पंचांग के अनुसार, वरुथिनी एकादशी के दिन त्रिपुष्कर योग, इंद्र योग और वैधृति योग बनने से यह तिथि शुभ मानी जा रही है।

वरुथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi) का पौराणिक महत्व

धार्मिक मान्यता है कि वरुथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi) के दिन भगवान विष्णु के साथ धन की देवी माता लक्ष्मी की भी पूजा करना चाहिए। वरुथिनी एकादशी के महत्व के बारे में खुद भगवान कृष्ण ने अर्जुन को बताया था। इस व्रत को करने से कन्यादान के समान पुण्य मिलता है। पौराणिक मान्यता है कि राजा मान्धाता को वरुथिनी एकादशी व्रत करके ही स्वर्ग की प्राप्ति हुई थी।

Tags: Varuthini Ekadashi 2024Varuthini Ekadashi dateVaruthini Ekadashi kathaVaruthini Ekadashi puja vidhiVaruthini Ekadashi vrat
Previous Post

हैंडपंप हुआ बे पानी, कैसे बुझे प्यास

Next Post

कालाष्टमी पर बन रहे हैं ये 5 अद्भुत संयोग, मिलेगा भगवान का आशीर्वाद

Writer D

Writer D

Related Posts

Makeup
फैशन/शैली

10 मिनट में करें मेकअप, इन स्टेप्स से मिलेगा परफेक्ट लुक

27/06/2025
Heart Beat
फैशन/शैली

दिल की धड़कन की गति तेज़ होने पर करे ये उपचार

27/06/2025
yogasan
फैशन/शैली

अपने शरीर को ऐसे बनाएं फिट और हेल्दी

27/06/2025
Kurti
फैशन/शैली

एवरग्रीन है कुर्ती का फैशन, जानें इसकी खासियत

27/06/2025
Karela Fry
खाना-खजाना

ऐसे बनाएं करेला फ्राई तो नहीं रहेगी कोई शिकायत, छोड़ देंगे इस सब्जी से चिढ़ना

27/06/2025
Next Post
 Kalashtami

कालाष्टमी पर बन रहे हैं ये 5 अद्भुत संयोग, मिलेगा भगवान का आशीर्वाद

यह भी पढ़ें

bank

ICICI-Axis बैंक ग्राहकों को झटका, जानिए पूरा मामला

03/11/2020
CAT

CUET UG एग्जाम आंसर-की जारी, यहां चेक करें स्कोरबोर्ड

29/06/2023
मुकेश अंबानी Mukesh Ambani

मुकेश अंबानी ने कहा- मुझे पूरा विश्वास है कि भारत करेगा चौथी औद्योगिक क्रांति की अगुवाई

08/10/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version