हिंदू धर्म में कोई भी पूजा या अनुष्ठान कपूर के बिना पूरी नहीं मानी जाती है। पूजा के अलावा कपूर कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को भी दूर करने में काम आता है। इसके नियमित प्रयोग से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। वास्तु एवं ज्योतिष शास्त्र में भी इसके महत्व और उपयोग के बारे में बताया गया है।
वास्तु के अनुसार, आपके कठिन प्रयासों के बाद भी काम नहीं बनते हों,काम होते होते रुक जाते हों तो एक चांदी की कटोरी में नियमित रूप से लौंग और कपूर जलाकर इसे पूरे घर में घुमाएं। इससे जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होंगी और बिगड़े काम भी बनने लगेंगे।
घर में वास्तुदोष होने के कारण घर की सुख-शांति भंग होती है जिससे कलह का माहौल रहता है। दुकान या प्रतिष्ठान में वास्तुदोष होने से हमेशा घाटा होता रहता है। घर या प्रतिष्ठान में वास्तुदोष व नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए कपूर की गोलियां रखें। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा तो दूर होगी और धन लाभ भी होगा।
घर में पूजा-पाठ के समय कपूर जलाने से, इसका सुगंधित धुआं वातावरण में फैलता है। जिससे वातावरण में मौजूद बैक्टीरिया आदि खत्म हो जाते हैं और हवा शुद्ध होती है। वहीं सर्दी के दिनों में कपूर का प्रयोग ऊनी कपड़ों को कीड़े-मकोड़े आदि से सुरक्षित रखने के लिए किया जाता है।
कपूर की सुगंध शरीर तथा दिमाग दोनों को अच्छा रखती है। अगर अनिद्रा की समस्या आपको तंग करती है, तो कपूर के तेल की खुशबू दिमाग को शांत रखने और बेहतर नींद लाने में असरदार है। इसके लिए कपूर के तेल की कुछ बूंदों को सोते समय अपने तकिए पर लगाएं। इससे दिमाग को ताजगी मिलेगी और नींद अच्छी आएगी।
सर्दियों में बंद नाक, सांस लेने में तकलीफ और छींक आने जैसी समस्याएं परेशान करती हैं। कपूर इस समस्या से छुटकारा दिलाने वाला बेहतरीन विकल्प है। गर्म पानी में कपूर डालकर भाप लेने से इनसे छुटकारा मिलता है। तेल में कपूर मिलाकर लगाने से सिर की त्वचा में रक्त प्रवाह बढ़ता है, बालों को मजबूती मिलती है। यदि दाद, खाज, खुजली की समस्या है, तो कपूर को गोले के तेल में मिलाकर त्वचा पर लगाने से लाभ होता है।
यदि आपका पैसा कहीं फसा हुआ है या कमाई से अधिक खर्च हो रहा है, तो लाल गुलाब के फूल में कपूर का एक टुकड़ा रखें और कपूर को जलाकर फूल को देवी दुर्गा को अर्पित करें, धन लाभ होगा। आपको लगता है कि फिजूल खर्चा हो रही है, तो शाम के समय कपूर का दीपक जलाए और सारे घर में घुमाएं। अंत में मां लक्ष्मी की आरती करते हुए घर के मंदिर में स्थापित कर दें। ऐसा करने से माँ लक्ष्मी जी की कृपा होगी।