पति की पूर्ण आयु के लिए कठिन व्रत का पालन करने वाली सुहागिन महिलाओं के लिए वट सावित्री पूर्णिमा (Vat Savitri Purnima) का व्रत 3 जून को है। इस दिन महिलाएं हाथ में पूजा की थाली लेकर बरगद की पूजा करके महिलाएं सुखी वैवाहिक जीवन की कामना करती हैं। और पति के अच्छे स्वास्थ्य की भी प्रार्थना करती हैं। इस दिन वट वृक्ष (vat vriksh puja) की परिक्रमा की जाती है।
वट सावित्री व्रत (Vat Savitri Purnima) शुभ मुहूर्त
इस साल ज्येष्ठ पूर्णिमा तिथि 3 जून शनिवार को सुबह 11 बजकर 16 मिनट से शुरू हो रही है, जो कि अगले दिन 4 जून रविवार को सुबह 09 बजकर 11 मिनट तक रहेगी।
इस बार ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन इस बार रवि योग, शिव योग और सिद्ध योग बन रहा है। यह तीनों योग का समय होगा- रवि योग सुबह 05:23 बजे से सुबह 06:16 बजे तक, शिव योग प्रात:काल से लेकर दोपहर 02:48 बजे इसके बाद से सिद्ध योग प्रारंभ हो जाएगा।