भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश जिलों में एक दिन पहले शुरू हुआ बारिश का दौर अब 24 घण्टे बाद भी लगातार बना हुआ है, जिसमें कि राजधानी भोपाल में रुक-रुक कर तेज बारिश का होना जारी है। मौसम वैज्ञानिकों ने इस तरह हो रही लगातार की बारिश का मुख्य कारण बंगाल में बन रहे लो प्रेशर एरिया और अरब सागर की खाड़ी में बने सिस्टम को माना है । आगे कई जगह यह बारिश सप्ताह भर तक होने का अनुमान मौसम वैज्ञानिकों का है।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में मानसून ने समय से पहले प्रवेश तो किया था लेकिन शुरूआती कुछ दिन बारिश होने के बाद यहां एक दम से वर्षा बंद हो गई थी, जिसके कारण से गर्मी से लोगों का बुरा हाल था। लेकिन अब गुरूवार से फिर पूरे प्रदेश के अधिकांश जिलों में बारिश होना जारी है। जिसके कारण से तापमान में एक दन से गिरावट देखी जा रही है।
प्रदेश के बड़े केंद्रों की बात करें तो राजधानी भोपाल में शुक्रवार सुबह आठ बजे 24 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ नमी की स्थिति शतप्रतिशत देखी जा रही है वहीं, हवा 14 किमी प्रति घण्टे से चलती हुई मिली है। इंदौर में 23 डिग्री सेल्सियस तापमान और हवा में नमी 94% दर्ज की गई । यहां हवा 16 किमी घण्टे से चल रही है। ग्वालियर में डिग्री सेल्सियस तापमान है। जबलपुर में हवा पश्चिमोत्तर गति 11 किमी प्रति घंटा से चल रही है। यहां सापेक्ष आर्द्रता: 86-92% और बादल शत प्रतिशत छाए हुए हैं। वायु – दाब 951-952 एचपीए है। तापमान 26 डिग्री सेल्सियस है।
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अगले चार-पांच दिन तक बारिश होगी
इस संबंध में मौसम वैज्ञानिक पीके साहा का कहना है कि प्रदेश में हल्की बारिश का दौर पूरे सप्ताह भर तक रहेगा, लेकिन 28 जुलाई के बाद बंगाल की खाड़ी में बन रहे एक और लो प्रेशर सिस्टम से बारिश आगे अगले महिने भी होने की उम्मीद जगी है। इसके साथ अरब सागर में जो हलचल है, उसके कारण से एक ट्रफ लाइन मध्यप्रदेश में नीचे आई है। इसके कारण से यहा लगातार एक सप्ताह तक बारिश होती रहेगी ।
दूसरी ओर मौसम वैज्ञानिक एचएल कपाड़िया ने बताया कि इस समय पश्चिमोत्तर बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर सक्रिय है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी पाकिस्तान में चक्रवातीय गतिविधियां चल रही हैं।अरब सागर में बने सिस्टम का सीधा प्रभाव मप्र में दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि अब तक जितने भी सिस्टम डेवलप हुए हैं। हवा की गति और दिशा के कारण उसका प्रभाव कम हुआ है, यदि सब कुछ ठीक रहा तो प्रदेश में पूरे सप्ताह भर तक तेज बारिश होगी।
कुल मिलाकर दोनों मौसम वैज्ञानिकों का कहना यही है कि अभी भी लगातार हवा की दिशा और गति बदल रही है। अभी नमी तो बारिश के अनुकूल दिखती है, लेकिन हवा की दिशा उतनी अनुकूल नहीं है। वास्तव में हवा की बदलती चाल के कारण कम दबाव का क्षेत्र नहीं बन पा रहा है। जहां यह थोड़ा भी बनता है, वहां बारिश ठीक हो रही है। यदि यह आगे सही तरह से बनता हुआ दिखेगा तो आगे बारिश अच्छी होने की संभावना बढ़ जाएगी ।
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भोपाल सहित विदिशा, रायसेन, बैतूल, भिंड में तेज बारिश
फिलहाल मध्य प्रदेश में भोपाल सहित विदिशा, रायसेन, बैतूल, भिंड में तेज बारिश हो रही है। पिछले 24 घण्टे के दौरान मंडला, कटनी, डिंडोरी, दमोह, शहडोल, छतरपुर, पन्ना, सिंगरौली, बालाघाट, नरसिंहपुर, सतना और छिंदवाड़ा में बारिश हुई है। वहीं, आनेवाले समय मे गुना, खंडवा, बुरहानपुर, होशंगाबाद, दतिया, कटनी, मंडला, पचमढ़ी, अशोकनगर, ओरछा, टीकमगढ़, सागर, शिवपुरी, सिवनी, निवाड़ी, छिंदवाड़ा में कहीं-कहीं रुक-रुक कर बारिश हो रही है।
मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के सिरोंज में बुधवार रात से हुई तेज बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात बन गए। शहर में कई स्थानों पर जलभराव की स्थिति बनी हुई है। कई घरों और दुकानों में पानी भर गया। खेल के मैदान तालाब बन गए हैं। सड़कों पर खड़ी गाड़ियां भी डूब गईं।
अथाइखेड़ा में कई लोगों के घर गिर गए हैं। तलैया मोहल्ले में घरों में नाले का पानी घुस गया है। वहीं, बेघर हुए लोगों को स्कूल भवन में शिफ्ट किया गया है। अथाइखेड़ा में कैथन नदी उफान पर है। मौसम विभाग के अनुसार सिरोंज में 9 इंच बारिश हुई है।