नयी दिल्ली। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पर हमला करते हुए आज कहा कि राम मंदिर निर्माण शुरू होने से वह सन्निपात की स्थिति हैं और अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं लेकिन कांग्रेस को समझ लेना चाहिए कि भूमि पूजन और निर्माण कार्य शिखर कलश की स्थापना तक रुकने वाला नहीं है।
विहिप के संयुक्त महामंत्री डाॅ. सुरेन्द्र जैन ने श्री सिंह द्वारा पांच अगस्त को अशुभ मुहूर्त बताये जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यहां कहा कि कांग्रेस की ओर से इस प्रकार की शरारतें पहले भी होती रही हैं। इन्हीं लोगों ने 10 नवंबर 1989 को शिलान्यास के मुहूर्त पर भी सवाल उठाये थे लेकिन वह मुहूर्त कितना शुभ था, यह आज सिद्ध हो गया जब 492 वर्ष का संघर्ष फलीभूत हो रहा है। श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर के निर्माण को अब कोई ताकत नहीं रोक सकती है। मंदिर के शिखर कलश की स्थापना तक यह कार्य अनवरत चलने वाला है।
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डॉ. जैन ने कहा कि श्री राम मंदिर के निर्माण का प्रारंभ होना राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है और कुछ लोग राष्ट्रीय गौरव की भावना को धूलधूसरित करने में लगे हैं। उन्हें समझ लेना चाहिए कि इससे उनकी छवि समाज में खराब हो रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भ्रम की स्थिति है और लगता है कि कांग्रेस के नेताओं को सन्निपात हो गया है और इसीलिये वे अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं जबकि पार्टी की आधिकारिक विज्ञप्ति में भूमि पूजन का स्वागत किया गया है।
एक प्रश्न के उत्तर में विहिप संयुक्त महामंत्री ने कहा कि कांग्रेस शुरू से ही हिन्दू विरोधी रही है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस रामराज्य की बात करती थी लेकिन पं जवाहर लाल नेहरू के हाथों के आने के बाद कांग्रेस को छद्म सेकुलरवाद का रोग लग गया। उन्होंने यह भी कहा कि 1986 में राम जन्म भूमि का ताला न्यायालय के आदेश से खुला था न कि तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कारण। इसी प्रकार से 1989 में शिलान्यास जनता के अत्यधिक दबाव में हुआ था। इसका पूरा श्रेय हिन्दू समाज की ताकत को जाता है।
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शिवसेना को भूमिपूजन के कार्यक्रम से अलग-थलग करने के आरोप के जवाब में उन्होंने कहा कि शिवसेना को हमने अलग नहीं किया है। वह खुद ही अलग- थलग हो रहे हैं। विहिप नेता ने सवाल किया कि क्या शिवसेना प्रमुख मंदिर निर्माण में विलंब कराना चाहते हैं? कोरोना काल कब समाप्त होगा, यह कोई नहीं जानता है। यदि वह वाकई में रामभक्त हैं, तो उन्हें खुश होना चाहिए कि मंदिर जल्दी बन रहा है। पर आज उनकी दशा देख कर पूज्य बाला साहेब ठाकरे की आत्मा दुखी हो रही होगी कि उनकी पुण्याई को धूमिल करने का प्रयास हाे रहा है। उन्होंने कहा, “इटली कांग्रेस की गोदी में बैठने के कारण उन्हें मतिभ्रम हो रहा है।”
डॉ. जैन ने कहा कि पांच अगस्त के कार्यक्रम में भौतिक रूप से पौने दो सौ या दो सौ लोग मौजूद होंगे लेकिन वर्चुअल माध्यम से करोड़ों लोग जुड़ेंगे। मंदिर के स्वरूप में विस्तार किया गया है जिस कारण निर्माण में कुछ और समय लगेगा लेकिन इसे तीन से चार साल के भीतर तैयार कर लिया जाएगा।