मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को विश्व में सामने आये कोरोना वायरस के नये स्वरूप के मद्देनजर पूरी सावधानी व सतर्कता बरतने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि जिन देशों में वायरस का नया स्वरूप सामने आया है, ऐसे देशों से पिछले 15 दिन में प्रदेश में आये लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग और क्वारंटीन की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।
मुख्यमंत्री ने यहां टीम-11 के साथ अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि हर जिले में स्थानीय प्रशासन यह सुनिश्चित करें कि विदेश से आये लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग अनिवार्य रूप से की जाये। उन्होंने कहा कि कोरोना के नये स्वरूप को ध्यान में रखते हुए पिछले 15 दिनों के दौरान प्रदेश में विदेश से आये लोगों की जांच की जाये। उन्होंने इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग को एक हेल्पलाइन नंबर जारी करने के निर्देश दिये हैं।
योगी ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाये कि प्राइवेट लैब्स द्वारा आरटीपीसीआर की जांच के संबंध में किसी भी हाल में 700 रुपये प्रति जांच से ज्यादा की फीस न ली जाये। अगर व्यक्ति का सैंपल घर से कलेक्ट किया जाता है, तो 900 रुपये का जांच शुल्क लिया जाये। उन्होंने अधिकारियों को इस व्यवस्था का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कोविड की 95.68 प्रतिशत रिकवरी दर पर संतोष व्यक्त करते हुए इसे और बेहतर करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए इस दिशा में सभी प्रयास लगातार जारी रखे जायें।
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योगी ने कहा कि कोविड अस्पतालों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरूस्त बनाये रखा जाये। कोविड अस्पतालों में दवाएं, मेडिकल उपकरण और आॅक्सीजन की बैकअप सहित सुचारु उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कोविड से बचाव के बारे में लोगों को लगातार जागरूक किये जाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि ई-संजीवनी एप का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाये, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग इसके माध्यम से आॅनलाइन चिकित्सीय परामर्श का फायदा उठा सके। गौरतलब है कि प्रदेश में ई-संजीवनी एप का उपयोग करने वालों की संख्या अब तक तीन लाख से ज्यादा हो गयी है।