टूंडला। विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान में टूंडला विधानसभा के गांव नगला छैकुर के ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार ( boycott voting) किया। वे गांव में विकास कार्य न होने से नाराज थे। जिनके चुनाव बहिष्कार की सूचना पर पहुंचे अधिकारियों के समझाने के बाद कुछ लोगों ने मतदान किया।
टूंडला विधानसभा के सभी बूथों पर मतदान शुरु हो चुका था। सिर्फ गांव नगला छैकुर के सभी बूथ पर सन्नाटा पसरा हुआ था। सुबह से 10 बजे तक बूथों पर एक भी ग्रामीण मतदान करने के लिए नहीं पहुंचा। मतदान शुरु न होने से पीठासीन अधिकारी सहित मतदानकर्मी भी परेशान होने लगे। दरअसल इस गांव के लोग विकास कार्य न होने से नाराज थे। लोगों का कहना था कि बीते पांच सालों में सड़क एवं नाली और खड़ंजों का विकास कार्य नहीं किया गया है।
जिसके चलते बरसात के समय गांव का यह मार्ग दलदल में तब्दील हो जाता है। यहां से होकर गुजरना मुश्किल हो जाता है। ग्रामीणों ने कई बार इस मार्ग को बनवाने की अपील जनप्रतिनिधियों सहित अधिकारियों से की है लेकिन इस ओर किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया है। जिसकी नाराजगी ग्रामीणों ने आज मतदान के दिन मतदान का बहिष्कार कर निकाली।
गांव में मतदान न होने की सूचना जैसे ही अधिकारियों को मिली। खुद डीएम एसएसपी ग्रामीणों को समझाने के लिए गांव जा पहुंचे। जहां पर ग्रामीणों को समझाने के बाद वोटिंग शुरु हो सकी, लेकिन कुछ ही लोगों ने इस दौरान अपने मताधिकार का प्रयोग किया।