लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सपा के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री स्व. हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय शंकर तिवारी (Vinay Shankar Tiwari) को गिफ्तार कर लिया है। इनके साथ ही उनकी कंपनी गंगोत्री इंटरप्राइजेज के निदेशक अजीत पांडेय को भी गिरफ्तार किया गया है। आज सुबह से ही ईडी ने विनय शंकर तिवारी के गोरखपुर, लखनऊ समेत अन्य ठीकानों पर छापेमारी की थी। इस छापेमारी के बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया है।
ईडी की जांच में सामने आया था कि मेसर्स गंगोत्री एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने अपने प्रमोटरों, निदेशकों, गारंटरों के साथ मिलकर बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले सात बैंकों के कंसोर्टियम से 1129.44 करोड़ रुपये की क्रेडिट सुविधाओं का लाभ लिया था।
बाद में इस रकम को उन्होंने अन्य कंपनियों में डायवर्ट कर दिया और बैंकों की रकम को वापस नहीं किया। इससे बैंकों के कंसोर्टियम को करीब 754.24 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
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बैंकों की शिकायत पर सीबीआई मुख्यालय ने केस दर्ज किया था, जिसके बाद ईडी ने भी विनय तिवारी समेत कंपनी के समस्त निदेशक, प्रमोटर और गारंटर के खिलाफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।