लखनऊ। राजधानी की मेयर सुषमा खर्कवाल बिजनौर इलाके के एक अस्पताल में किसी मरीज को देखने पहुंचीं थीं। आरोप है कि आईसीयू में जाने से पहले अस्पताल के कर्मचारियों ने उनसे जूते उतारने को कहा तो वह भड़क गईं। जिसके बाद अस्पताल के बाह बुलडोजर पहुंच गया। फिर अस्पताल (Vinayak Medicare Hospital ) के बाहर लगे पोस्टर गिराए जाने लगे। हालांकि, हंगामा बढ़ने पर पुलिस पहुंची और मामले को शांत करवाया।
जानकारी के मुताबिक, लखनऊ के थाना बिजनौर स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल विनायक मेडिकेयर (Vinayak Medicare Hospital) में नगर निगम के सेना दस्ते से जुड़े सुरेंद्र कुमार का ICY में इलाज किया जा रहा है। इस दौरान सोमवार देर रात को शहर की मेयर सुषमा खर्कवार भी उनसे मिलने पहुंचीं। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक मेयर के साथ उनके कार्यकर्ता ICU में घुसने लगे तो उन्हें मना किया गया जिससे वे नाराज हो गए।
देर शाम को ही निगम का बुलडोजर अस्पताल पर पहुंच गया और वहां लगे बैनर और पोस्टर को गिराने लगा। यह देखकर अस्पताल के कर्मचारी भी बाहर आ गए। जिसके बाद अस्पताल प्रशासन और नगर निगम कर्मचारियों के बीच जमकर बवाल हुआ। इसकी सूचना पुलिस तक पहुंची को पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। बड़ी मुश्किल से मामला शांत करवाया गया। हालांकि, निगम के कर्मचारी और अस्पताल के कर्मचारी एक दूसरे पर आरोप लगाते रहे।
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अस्पताल (Vinayak Medicare Hospital ) के संचालक मुद्राका सिंह के मुताबिक, हॉस्पिटल के कर्मचारियों ने मेयर और उनके कार्यकर्ताओं को आईसीयू वार्ड में जाने से रोका था। ऊपर से उन लोगों ने जूते पहने थे। वे बिना जूता उतारे ही ICU वार्ड में घुसने लगे थे। जबकि, ICU वार्ड में जूते खोलकर ही अंदर जाने की अनुमति होती है। लेकिन यह बात मेयर साहिबा को नागवार गुजरी और शाम को ही अस्पताल के बाहर बुलडोजर आ गया।
उधर इस मामले में नगर निगम के महापौर ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया है। लेकिन नगर निगम कर्मचारियों के मुताबिक, मेयर सिर्फ अकेले ही मरीज से मिलने के लिए जा रही थीं। फिर भी अस्पताल कर्मचारियों ने उन्हें अंदर घुसने नहीं दिया।