विनायक चतुर्थी (Vinayaka Chaturthi ) भगवान गणेश की पूजा का एक महत्वपूर्ण दिन है। यह हर महीने शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। विनायक चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा करने से भक्तों के जीवन में आने वाले सभी विघ्न और बाधाएं दूर हो जाती हैं। विनायक चतुर्थी भगवान गणेश के भक्तों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यह त्योहार ज्ञान, बुद्धि और समृद्धि का प्रतीक है।
पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 2 मार्च को रात 09 बजकर 01 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 3 मार्च को शाम 06 बजकर 02 मिनट पर समाप्त होगी। इस दिन चन्द्रास्त रात 10 बजकर 11 मिनट पर होगा। इसके हिसाब से 3 मार्च को विनायक चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा।
विनायक चतुर्थी (Vinayaka Chaturthi ) व्रत में क्या खाएं
– फल: आप फल जैसे केला, सेब, अनार, अंगूर आदि खा सकते हैं।
– दूध और दूध से बने पदार्थ: दूध, दही, पनीर, श्रीखंड आदि का सेवन कर सकते हैं।
– साबूदाना: साबूदाना की खिचड़ी या खीर खा सकते हैं।
– सिंघाड़े का आटा: सिंघाड़े के आटे की पूड़ी या हलवा खा सकते हैं।
– आलू: आलू की सब्जी या टिक्की खा सकते हैं।
– मूंगफली: मूंगफली के दाने या मूंगफली की चिक्की खा सकते हैं।
– नारियल पानी: नारियल पानी पीना बहुत ही फायदेमंद होता है।
विनायक चतुर्थी (Vinayaka Chaturthi ) व्रत में क्या न खाएं
– अनाज: चावल, गेहूं, दालें आदि का सेवन न करें।
– प्याज और लहसुन: प्याज और लहसुन का सेवन न करें।
– मांस और मदिरा: मांस और मदिरा का सेवन न करें।
– तली हुई चीजें: तली हुई चीजों का सेवन न करें।
कैसे पूरा करें व्रत
– सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
– घर में गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करें और उनकी पूजा करें।
– व्रत का संकल्प लें और दिन भर उपवास रखें।
– गणेश मंत्रों का जाप करें और गणेश आरती करें।
– शाम को गणेश जी को भोग लगाकर व्रत खोलें।
– गरीबों और जरूरतमंदों को दान करें।
– विनायक चतुर्थी के दिन चंद्रमा के दर्शन नहीं करने चाहिए।
विनायक चतुर्थी (Vinayaka Chaturthi ) का महत्व
ऐसी मान्यता है कि विनायक चतुर्थी (Vinayaka Chaturthi ) के दिन भगवान गणेश की पूजा करने से भक्तों के जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं। इन दिन व्रत रखने से लोगों के सभी बिगड़े हुए काम बनने लगते हैं और जीवन में आने वाली समस्याओं से निजात मिलती है। इसके अलावा घर में सुख-समृद्धि का वास बना रहता है।