अहमदाबाद। गुजरात के जूनागढ़ में एक मजार (Dargah) को हटाने के नोटिस को लेकर शुक्रवार शाम को बवाल (Violence in Junagadh ) मच गया। सैकड़ों लोग मजार के सामने एकत्र हो गए और नारेबाजी करते हुए पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। इस घटना में एक डिप्टी एसपी सहित चार पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। पुलिस का हालात पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा और टीयर गैस छोड़नी पड़ी। इस घटना में एक शख्स की मौत भी हो गई है।
जिन लोगों ने दरगाह को लेकर बवाल (Violence in Junagadh ) किया और चार पुलिस वालों को घायल किया, उन्हें देर रात गिरफ़्तार कर लिया गया। सभी को पुलिस ने उसी दरगाह के सामने खड़ा किया गया और बेल्ट से उनकी जमकर पिटाई की।
जानकारी के मुताबिक मजेवडी गेट (Majewadi Gate)के सामने दरगाह (Dargah) को अवैध निर्माण करार देते हुए डिमोलेशन का नोटिस लगाने महानगर पालिका के अधिकारी पहुंचे थे। चिपकाई गयी नोटिस को पढ़ने के बाद दरगाह के बाहर सैंकड़ों लोग इकट्ठा हो गए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। वहीं, जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो भीड़ ने उन पर हमला कर दिया। इस हमले में एक डिप्टी एसपी, महिला पीएसआई और एक पुलिसकर्मी घायल घायल बताए जा रहे हैं।
सिपाही का शव कमरे में फांसी पर लटका मिला
इस दौरान उपद्रवियों ने जमकर तोड़-फोड़ की और कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। घटना के बाद से इलाके में तनाव स्थिति बनी हुई है। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के जवान को तैनात हैं।
नोटिस में क्या कहा गया?
मजेवड़ी गेट के सामने रास्ते के बीचों बीच एक दरगाह को हटाने के लिए महानगर पालिका (metropolitan municipality) की ओर से सीनियर टाउन प्लानर (Senior Town Planner) ने एक नोटिस जारी किया। नोटिस में कहा गया है कि दरगाह का निर्माण अवैध तरीके से किया गया है और ये धार्मिक स्थल तोड़ा जा सकता है। अगले पांच दिनों के अंदर इस धार्मिक स्थल के कानूनी तौर पर सही होने के सबूत पेश किए जाएं वरना ये धार्मिक स्थल तोड़ा जाएगा और इसका खर्च आपको वहन करना रहेगा।