नई दिल्ली| इंजीनियर की नौकरी छोड़कर जोखिम लेने वालीं विशाखा यादव ने यूपीएससी में छठवीं रैंक हासिल की है। उन्होंने कहा कि इरादा पक्का था, लिहाजा जोखिम लेकर वह कामयाब बनी हैं।
उत्तम नगर के किरण गार्डन में रहने वालीं विशाखा रोज लगातार दस घंटे पढ़ाई करती थीं। विशाखा के पिता एसएसआई राजकुमार ने बताया कि उनकी बेटी ने इंजीनियरिंग की और एक बड़ी कम्पनी में नौकरी शुरू की। लेकिन कुछ दिनों बाद नौकरी छोड़ कर उसने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।
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उसका यह फैसला हैरान करने वाला था, लेकिन विशाखा अपनी धुन की पक्की थी, इसलिए परिवार में उनका समर्थन किया। राजकुमार ने बताया कि अपनी तैयारी के लिए उन्होंने राजनीतिक विज्ञान को विषय चुना। कई बार रात को बिना खाना खाए ही वह सो जाती थीं। कामयाबी मिलने से पहले लगातार दो बार प्रीलिम्स परीक्षा में असफलता भी मिली लेकिन उसने हार नहीं मानी और पहले से ज्यादा मेहनत की। नतीजा यह रहा है कि तीसरी बार में उसने पूरे देश में अपना और परिजनों का नाम ऊंचा कर दिया।
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दिल्ली पुलिस उपायुक्त कार्यालय में बंटी मिठाई
विशाखा यादव के पिता दिल्ली पुलिस ने बतौर एएसआई तैनात है। उनकी तैनाती द्वारका जिले के पुलिस उपायुक्त कार्यालय में है। विशाखा की कामयाबी की खबर जब पुलिस उपायुक्त कार्यालय पहुंची तो पुलिस उपायुक्त ने न केवल उन्हें बुलाकर सम्मानित किया बल्कि कार्यालय में तैनात राजकुमार यादव की खुशी में मिठाई तक बांटी।