स्पेन के 85 हजार की आबादी वाले ला पाल्मा आइलैंड पर स्थित कंब्रे विएजा ज्वालामुखी रविवार को फट पड़ा। इस दौरान 1100 डिग्री सेल्सियस तापमान से भी ज्यादा खौलता लावा सैकड़ों फीट तक उड़ता दिखाई दिया। आसमान में धुएं और राख के गुबार नजर आए।
ज्वालामुखी के फटने से 100 से ज्यादा घर तबाह हो गए हैं। 5000 लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया गया है। इनमें 500 विदेशी सैलानी हैं। स्पेन के सिविल गार्ड बल का कहना है कि 10,000 लोगों को निकालना पड़ सकता है।
स्पेन के नेशनल जियोलॉजी इंस्टिट्यूट के प्रमुख इताहिजा डोमिनगुएज ने बताया कि करीब 50 साल बाद फटे ज्वालामुखी से पहले एक हफ्ते में आइलैंड पर 22 हजार से ज्यादा भूकंप के झटके महसूस किए गए। इससे पहले यह ज्वालामुखी 1971 में फटा था।
85,000 की आबादी वाला ला पाल्मा, अफ्रीका के पश्चिमी तट के निकट स्पेन के कैनरी द्वीपसमूह के आठ ज्वालामुखी द्वीपों में से एक है।
रविवार को ज्वालामुखी में विस्फोट के बाद 18-20 मिलियन क्यूबिक लावा बह चुका है। ला पाल्मा के अध्यक्ष मारियानो हेरनानंदेह ने बताया कि लावा बहने से तटों पर स्थित आबादी वाले इलाकों को लेकर चिंता बढ़ गई है।
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स्पेन के नेशनल जियॉलजी इंस्टिट्यूट के प्रमुख इताहिजा डोमिनगुऐज ने बताया कि ज्वालामुखी फटने की प्रक्रिया कब तक चलती रहेगी यह बताना अभी मुश्किल है, लेकिन पिछली बार यह कई तीन हफ्तों तक होता रहा था।
ज्वालामुखी जोखिम रोकथाम योजना की वैज्ञानिक समिति ने कहा कि भूकंप के तेज झटके आ सकते हैं, जिससे इमारतों को नुकसान पहुंच सकता है। वैज्ञानिक विशेषज्ञों की समिति ने कहा है कि अटलांटिक द्वीप के दक्षिण-पश्चिमी तट के एक हिस्से से पहाड़ों से चट्टानों के नीचे गिरने का अंदेशा है।
ज्वालामुखी जोखिम रोकथाम योजना की वैज्ञानिक समिति ने कहा कि भूकंप के तेज झटके आ सकते हैं, जिससे इमारतों को नुकसान पहुंच सकता है। वैज्ञानिक विशेषज्ञों की समिति ने कहा है कि अटलांटिक द्वीप के दक्षिण-पश्चिमी तट के एक हिस्से से पहाड़ों से चट्टानों के नीचे गिरने का अंदेशा है।