करौली। राजस्थान के करौली में 7वीं क्लास के स्टूडेंट को वार्डन (Warden) ने हॉस्टल की छत से फेंक दिया। गंभीर घायल छात्र की एक जयपुर ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया।
परिजनों का आरोप है कि 13 दिसंबर को छात्र हॉस्टल की छत पर नहाने के लिए जा रहा था, तब वार्डन (Warden) ने उसे पहली मंजिल से नीचे फेंक दिया, जिससे उसके चेस्ट और पैर में चोट आई थी। टीचरों ने इसकी सूचना घरवालों को नहीं दी और घटना को छिपा लिया। पुलिस ने वार्डन सहित दो शिक्षकों को गिरफ्तार किया है।
मामला कुडगांव थाना इलाके के सलेमपुर गांव स्थित निजी आवासीय स्कूल सरस्वती विद्या मंदिर का है। जहां बीते 13 दिसंबर को गांवड़ा मीणा निवासी 14 साल का दिलराज मीणा नीचे गिर गया। तीन दिन तक स्कूल प्रशासन ने घरवालों को कोई सूचना नहीं दी, लेकिन आखिर में छात्र ने किसी का मोबाइल फोन लेकर घर पर सूचना दी।
इसके बाद परिजन ने 17 दिसंबर को बच्चे को गंगापुर सिटी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। बच्चे की हालत में सुधार नहीं होने पर 18 दिसंबर को करौली के जिला अस्पताल लेकर आए। यहां से 21 दिसंबर को बच्चे को गंभीर अवस्था में जयपुर रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही बच्चे की मौत हो गई।
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इसके बाद परिजन शनिवार रात 11 बजे शव को लेकर वापस करौली जिला अस्पताल पहुंचे और शव को मॉर्च्यूरी में रखवाया। घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में लोग अस्पताल में जमा हो गए। रविवार सुबह 9 बजे ग्रामीणों ने जिला अस्पताल की मोर्चुरी के बाहर प्रदर्शन किया।
सपोटरा डीएसपी कन्हैयालाल ने बताया कि पीड़ित परिवार आरोपी टीचर की गिरफ्तारी और आवासीय स्कूल को सीज करने की मांग करने को लेकर लगे। जिसके बाद समझाइश कर मामला शांत कराया।
इसके बाद मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजन को सौंप दिया। वहीं, मामले में दो आरोपी टीचर को गिरफ्तार किया है और जांच की जा रही है। परिजन और ग्रामीणों की मांग पर आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा।