गाजा। दुनिया के कई ऐसे देश हैं जो पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। इजरायल की एक कंपनी ने हवा से पानी बनाने की तकनीक को विकसित कर लिया है। हवा से पानी बनाने का यह आइडिया रूसी-इजरायली अरबपति माइकल मिरिलाश्विली के दिमाग की उपज है।
पनीर हमें अपनी डाइट में क्यों शामिल करना चाहिए, और क्या है इसके साइड इफेक्ट?
मिरिलाश्विली की वाटरजेन नामक कंपनी ने एटमोस्फियरिक वाटर जनरेटर विकसित किया है, जो हवा की नमी के आधार पर प्रति दिन 5,000 से 6,000 लीटर पेयजल का उत्पादन कर सकता है। सौर ऊर्जा का प्रयोग करके यहां हवा की नमी से पीने का पानी बनाया जा रहा है। घनी आबादी वाले गाजा पट्टी में लंबे समय से लोग जल संकट से जूझ रहे थे, लेकिन इस नई तकनिक से हवा से सीधे पीने योग्य पानी निकलने से लोग खुश हैं।
18 लाख की फिरौती के लिए किया ट्रक मालिक का अपहरण, आरोपी ट्रक चालक गिरफ्तार
वॉटरजेन की फिलहाल कुछ ही मशीने गाजा में हवा से पीने लायक पानी बनाने का काम कर रही हैं। कंपनी अभी उन दो 20 लाख लोगों की मांग को पूरा करने से बहुत दूर है, जो इजरायल, मिस्र और भूमध्य सागर के बीच स्थित भीड़ भरे तटीय एन्क्लेव में रहते हैं। फिलिस्तीनी सिविल सोसाइटी ग्रुप डामोर के एक इंजीनियर फथी शेख खलील का कहना है कि यह अभी शुरुआत है।