लखनऊ। मानव सेवा संस्थान “सेवा” गोरखपुर, उत्तर प्रदेश पुलिस, सशस्त्र सीमा बल एवं समाज कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में आज दिनांक 30 जुलाई 2022 को अंतर्राष्ट्रीय मानव तस्करी निरोध दिवस के अवसर पर मानव तस्करी की रोकथाम, बाल संरक्षण एवं अधिकार हेतु उच्च राज्य स्तरीय मल्टी स्टेकहोल्डर कार्यशाला का आयोजन होटल लीनेज लखनऊ में किया गया। उक्त कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि माननीय असीम अरुण (Aseem Arun) मंत्री स्वतंत्र प्रभार समाज कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश, विशिष्ट अतिथि के रूप में ओ पी व्यास ज्वाइंट रजिस्टार ला राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, नई दिल्ली अभिषेक पाठक डी आई जी सशस्त्र सीमा बल, लखनऊ वीरेंद्र कुमार जी आई पी एस, अनीता अग्रवाल सदस्य उत्तर प्रदेश बाल संरक्षण आयोग एवं मानव सेवा संस्थान ‘सेवा’ के निदेशक राजेश मणि के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन करके किया गया।
कार्यशाला में इंडो नेपाल बॉर्डर के सीमाई क्षेत्र के जनपदो के ए एच टी यू प्रभारी निरीक्षक, पुलिस टीम, एस एस बी के महिला एवम पुरुष विंग, सोशल एक्टिविस्ट,जिला प्रोबेशन अधिकारी/बाल संरक्षण अधिकारी, सीमाई जनपदों के बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष /सदस्य, ग्राम प्रधान, गैर सरकारी संगठनों के संचालक /प्रतिनिधि, शिक्षक आदि उपस्थित रहे। मानव सेवा संस्थान के निदेशक राजेश मणि के द्वारा आए हुए सभी अतिथियों एवं विशिष्ट अतिथियों तथा समस्त प्रतिभागियों का स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए कार्यशाला के उद्देश्यों पर विस्तृत जानकारी एवम् चर्चा करते हुए बताया गया कि आप सभी की भूमिका बच्चों के संरक्षण,अधिकार तथा मानव तस्करी की रोकथाम में एक अहम भूमिका प्रदान करता है, आप समाज के विकास की एक महत्त्वपूर्ण कड़ी हैं, आप सभी लोग इतने व्यस्त रहने के बावजूद आज इस कार्यशाला में आए हैं इसके लिए “सेवा” परिवार के तरफ से आप सभी लोगों को हृदय से आभार व्यक्त करते हुए आप सभी का स्वागत करते है। आज समाज में हो रही बच्चों एवं बच्चियों के साथ हिंसा शोषण एवं मानव तस्करी समाज के लिए एक चुनौतीपूर्ण विषय बन गया है अभी भी राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के द्वारा जारी रिपोर्ट में पाया गया है कि 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चे एवं बच्चियों को शोषण का शिकार मानव तस्करी के लिए अधिक उपयोग किया जाता है जिसकी रोकथाम के लिए आप सभी की बहुत बड़ी भूमिका है आप सभी लोग एक संवेदनशील विषय पर आज यहां आए हुए हैं जिसका परिणाम है कि हम सभी सकारात्मक रूप से बच्चों महिलाओं के साथ हों रही हिंसा के रोकथाम एवं उनके अधिकार को सुरक्षित करने के लिए सार्थक पहल कर रहे हैं।
मणि ने आगे बताया कि संस्थान का विजन और मिशन हीं समाज में विकास से वंचित कमजोर वर्गों को जीवन की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए हैं। संस्थान द्वारा पुलिस एवम् एस एस बी के साथ मिलकर संयुक्त रूप से बाल संरक्षण, अधिकार एवं बाल तस्करी तथा मानव तस्करी की रोकथाम के लिए भारत नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रों के जनपद महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बहराइच एवं लखीमपुर के 8 ट्रांजिट प्वाइंटो के साथ साथ भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों के 80 गांव में भी सक्रिय रूप से कार्य किया जा रहा है जिसके सार्थक परिणाम भी परिलक्षित हुए हैं आगे उन्होंने बताया कि आज एक छतरी के नीचे सभी विभाग एवं संस्थाओ मिलकर काम करने की ज़रूरत हैं।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि असीम अरुण (Aseem Arun) मंत्री स्वतंत्र प्रभार समाज कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश ने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं को सशक्त करने के लिए स्वयं सहायता समूहों के लगभग 7 लाख महिला समूह के सदस्यों के साथ वर्तमान में कार्य कर रही है साथ ही साथ सरकार द्वारा विगत वर्षों में जो बैंकों में जनधन खाते खोले गए हैं इसमें लगभग 55% खाता महिलाओं के नाम से खोला गया है जो कि महिला सशक्तीकरण की दिशा में सरकार द्वारा सशक्त कदम और प्रयास किया गया है। आज इस कार्यशाला में पुलिस और एस एस बी के अधिकारी एवं जवान भी उपस्थित हैं जिनको कानून की सही जानकारी होनी चाहिए जिससे बच्चों एवं बच्चियों के साथ हो रहे शोषण को रोकने में हम अपना प्रयास करते हुए कानूनी कार्रवाई कर सकें साथ ही साथ मानव तस्करी को रोकने के लिए हमें बेहतर कानून की जानकारी भी होनी चाहिए आप सभी को जागरूक होना पड़ेगा।
सरकार निश्चित ही संवेदनशील है जरूरत है हम सभी को आज अपने आप को सरकार के साथ तेजी के साथ कार्य करने के लिए आगे आना होगा आप जहां पर भी कार्य करते हैं वहां पर भारत नेपाल सीमा बिल्कुल सटा हुआ है बॉर्डर क्षेत्रों में हमेशा हम सब लोग सतर्क रहें और अपना अपना कार्य हमें पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ करना चाहिए। जिससे जो भी समस्या आती हैं उसको हम समय रहते हुए सही दिशा में निराकरण कर सके। कि उसका सही सूचना समय से मिल सके और पुलिस द्वारा उसका निराकरण किया जा सके, हम लोग चाहते हैं कि पुलिस और जनता मिलकर एक साथ काम करें जिससे गांव का विकास हो तथा अपराध को रोका जा सके कार्यशाला में रिसोर्स पर्सन के रूप में उपस्थित वीरेंद्र कुमार आई पी एस के द्वारा मानव तस्करी पर विस्तृत चर्चा करते हुए बताया है कि ट्रेफिकर के द्वारा पीड़ित और शोषित को मानसिक पीड़ा पहुंचा करके उसका शोषण किया जाता है जिसको देखकर अन्य पीड़ित शोषित डर जाते हैं और ट्रैफिकर के चंगुल में फंसकर शोषण का शिकार होते रहते हैं। हम सभी को स्मगलिंग और ट्रैफकिंग में अंतर को समझना होगा स्मगलिंग व्यक्ति के इच्छा के अनुसार होता है जब कि मानव तस्करी व्यक्ति के इच्छा के विरूद्ध होता है, ट्रैफिकिंग के लिए मुख्य रूप से कमर्शियल सेक्सुअल एक्सप्लोइटेशन, बंधुआ मजदूरी ,मेडिकल ट्रैफिकिंग, एडापसन ट्रैफिकिंग, के लिए मुख्य रूप से किया जाता है इसी के साथ साथ अवैध रूप से गोद लेना भी मानव तस्करी की श्रेणी में आता है भारत में गोद लेने के लिए दो तरह के एक्ट का प्रावधान किया गया है जिसमें एक जे जे एक्ट एवं दूसरा हिंदू एडॉप्शन एक्ट के द्वारा ही हम कानूनी रूप से किसी बच्चे एवं बच्ची को गोद ले सकते हैं आज जरूरत है हम सभी को पीड़ित के लिए बचाव, सुरक्षा , अभियोजन एवं सहभागिता की जिससे हम सभी बच्चे बच्चियों को शोषित एवं पीड़ित होने से बचाया जा सके। कार्यशाला में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली के ज्वाइंट रजिस्टार ला ओ पी व्यास जी के द्वारा बाल तस्करी एवं मानव तस्करी पर जो कार्यशाला हो रही है इसके लिए बताया कि आज यह बहुत ही अच्छा कार्य हो रहा है कहीं न कहीं शिक्षा भी इसका मूल कारण है कि लोग शिक्षित नहीं होते हैं और अपने बच्चों से बाल श्रम या पैसे के या अधिक लाभ के लिए अपने बच्चों को दलालों, बिचौलियों, ठेकेदारों के साथ कार्य करने को भेज देते हैं और उसके बाद बच्चे शोषण के शिकार हो जाते हैं अब आप सोच सकते हैं कि इनके पीछे एक बहुत बड़ी कड़ी कार्य कर रही है जो बच्चों के शोषण के लिए अपनी निगाहें समाज में जमाई हुई है आज आप लोग यहां पर एकत्र हुए हैं वह इस बात का द्योतक है कि आप सभी इस मुद्दे के प्रति कितने संवेदनशील हैं।
MLC ByPoll: BJP ने जारी की लिस्ट, धर्मेन्द्र सिंह और निर्मला पासवान को बनाया प्रत्याशी
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग नई दिल्ली के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो के द्वारा बताया गया कि विगत वर्षों में बच्चों के मामले में जितना कार्य हों रहा था उसमें बच्चों को सही ढंग से विगत वर्षों में देखा नहीं गया बिना परिवार को शामिल किए हुए बच्चों की तस्करी को हम नहीं रोक सकते हैं ट्रैफिकर अक्सर जान पहचान वाला ही होता है जो परिवार के साथ घुल मिलकर पहले पारिवारिक सदस्य के रूप में अपनी जान और पहचान बनाता है बाद में उसी परिवार के बच्चे बच्चियों को अपना शिकार बनाता है बच्चे एवं बच्चियों के अधिकांश मामलों में सगे या दूर के रिश्तेदार ही शामिल होते हैं साथ ही साथ आज सभी अभिभावकों से मेरा अनुरोध है कि अपने बच्चों एवं बच्चियों को सोशल मीडिया से दूर रखें बच्चों को सोशल मीडिया से बचाएं फेसबुक, इंस्टाग्राम पर अपने बच्चों को निगरानी में सदैव रखें अपने बच्चों से बात करें फ्रेंडली परिवार बनाएं आज हम यह गर्व के साथ कह सकते हैं कि उत्तर प्रदेश पुलिस देश की नंबर वन पुलिस है जो कार्य करने में बहुत ही सशक्त और सक्षम है अगर उत्तर प्रदेश पुलिस यह चाह ले तो किसी भी मामले को तहकीकात करके मामले को त्वरित रूप से निपटा सकती है ऐसे कई उदाहरण हमारे सामने प्रस्तुत हुए हैं जिसमें उत्तर प्रदेश पुलिस ने बहुत ही बेहतर ढंग से कार्य किया है आजकल आप सभी लोगों की जानकारी के लिए बता दें एक नया ट्रेंड चल रहा है जो मोबाइल रिचार्ज करने वाले लोग हैं उनसे आप सभी लोग सावधान रहें लोगों को जागरूक करें जो लड़कियों के मोबाइल को रिचार्ज करते हैं और लड़कियों के नंबर का डाटा अलग रजिस्टर बना कर बेच देते हैं ऐसे कई मामले सामने आए हैं और बाद में लड़कियों को अनजान फ्रेंड रिक्वेस्ट, फोन कॉल के द्वारा शोषण का शिकार बनाते हैं। कोई भी एक संस्था सक्षम रूप से तभी कार्य कर पाती है जब सभी लोग अपनी पूरी इमानदारी से अपना अपना कार्य करें आज हमारे विभाग के साथ एसएसबी के कुछ अधिकारी गण जुड़ कर कार्य कर रहे हैं जिनके कार्य करने के कारण राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग बच्चों को बचाने में सफल हो रहा है।
CWG: संकेत सरगर ने भारत को दिलाया पहला पदक, वेटलिफ्टिंग में जीता सिल्वर
आप हर परिवार को जागरूक करें आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के द्वारा उत्तर प्रदेश के समस्त 75 जनपदों में आप सभी के सहयोग से कार्यक्रम चलाने की तैयारी किया गया है जिसमें आप सभी का सहयोग अपेक्षित है हम आपके साथ मिलकर के गांव में जाएंगे जो परिवार जिस लायक है उसे किसी न किसी सरकारी योजना से जोड़ने का कार्य करेंगे जो कि सरकार की ट्रेकिंग सिस्टम में रहकर उन्हें लाभ मिलेगा और एक बड़ा कार्य होगा। कार्यशाला को महिला एवं बाल विकास विभाग उत्तर प्रदेश के उपनिदेशक पुनीत मिश्र ने कहा कि हमारे विभाग के द्वारा महिला एवम बच्चों के उत्थान के लिए विभिन्न तरह के कार्यक्रम और प्रयास विभाग द्वारा किए जा रहे हैं इसमें आप सभी का निरंतर सहयोग मिलता रहा है हम आपको आश्वस्त करते हैं कि हमारे विभाग के द्वारा बच्चे एवं बच्चियों तथा महिलाओं के लिए जो भी योजना और कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं उसका शत प्रतिशत लाभ सभी तक पहुंचे हैं यह आप सभी से अपेक्षा रखते हैं तथा विभाग के जो भी कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं इसमें निरंतर आपके सहयोग की अपेक्षा हम रखते हैं और हमारा निरंतर सहयोग आप सभी को मिलता रहेगा। कार्यक्रम में रिसोर्स पर्सन के रूप में उपस्थित करुणा नारंग पूर्व जे जे बी एवं बाल कल्याण समिति की सदस्य ने उपस्थित लोगों को मानव तस्करी को रोकने के लिए कानूनी रूप से बने हुए एक्ट को सशक्त रूप से लागू करने की दिशा में हो रहे कार्यों की प्रशंसा करते हुए बताया कि हम सभी को कानून क्रियान्वयन एजेसियों का भरपूर सहयोग करते हुए इस कुकृत्य अपराध को रोकने में सभी को मिलजुलकर के कार्य करना होगा जिससे बेहतर परिणाम मिल सके।
कार्यशाला को डॉ ओमकार नाथ तिवारी सेवानिवृत प्रोफेसर एवं जे जे बी के पूर्व सदस्य ने संबोधित करते हुए कहा कि जो भी सरकारी या गैर सरकारी संस्थाएं कार्य कर रही हैं आपको उनको सहयोग करने की आवश्यकता है और हर वयक्ति को संवेदनशील करने की आवश्यकता है जो कि जाने अनजाने में वह अपने बच्चों को किसी के साथ भेज देते हैं जिसका परिणाम होता है कि बच्चा आगे चलकर के शोषण का शिकार हो जाता है जमीनी स्तर पर और संवेदनशील होकर हमें बच्चों के हित में कार्य करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश बाल संरक्षण आयोग की सदस्य सुनीता चतुर्वेदी ने कहा की प्रदेश सरकार एवं आयोग बच्चों एवं बच्चियों के मामले में संवेदनशील हैं तथा कहीं भी किसी बच्चे बच्ची का शोषण होता है जिसको हम सभी रोकने के लिए सदैव तत्पर हैं आप सभी का सहयोग हमें निरन्तर मिलता रहेगा तो हम और बेहतर परिणाम परक उपलब्धि देने प्रयास करेंगे ।आज इस कार्यशाला में उपस्थित सभी लोग निश्चित ही सार्थक और सफल कार्य कर रहे हैं इसके लिए संस्थान एवं आप सभी लोग बधाई के पात्र हैं कार्यक्रम में महिला ग्राम प्रधान ग्राम पंचायत खनुआ जनपद महाराजगंज कि आशा देवी ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में संस्थान के कार्यक्रम प्रबंधक धर्मेन्द्र सिंह, रोहन सेन, सेंटर इंचार्ज चंद्रशेखर सिंह, वरुण मिश्र, रामनरेश यादव, अर्जुन, जयप्रकाश गुप्त, महेश राणा, अवधेश, धर्मेन्द्र पासवान आदि उपस्थित रहे।